
नई दिल्ली। देश में लोन डिफॉल्टर्स के दिन अब बहुत जल्द लदने वाले है। आरबीआई के साथ ही अब कई निजी और सरकारी बैंको ने भी कर्ज डिफॉल्टर्स की लिस्ट बनाकर उनपर कार्रवाई करने की तैयारी मे हैं। पंजाब नेशनल बैंक ने भी आरबीआई द्वारा बैंको को जारी लिस्ट के अलावा ऐसे ही डिफॉल्टर्स की लिस्ट बना रहा है ताकि उनके खराब लोन रिकवरी प्रक्रिया में तेजी आ सके। बैंक के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि, हमारे लिस्ट बनाने की प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है और यह अगले दो-तीन दिन में तैयार हो जाएगा। जो लिस्ट भारतीय रिजर्व बैंक ने भेजा है, हम सिर्फ उस पर निर्भर नहीं होना चाहते।
जून में ही रिजर्व बैंक ने 12 बड़े अकाउंट की पहचान की थी
एक और अधिकारी ने नाम न बताने के शर्त पर कहा कि, इस लिस्ट में उन डिफॉल्टर्स का नाम शामिल होगा जो 500 करोड़ से 5000 करोड़ का उधार लिए है। अधिकारी ने आगे कहा कि, हमारा पूरा ध्यान रिकवरी प्रक्रिया पर है और हमें विश्वास है कि नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) का रास्ता इसमे पारदर्शी लाने वाला प्रक्रिया है। हम इस रास्ते को भरपूर प्रयोग करेंगे। पंजाब नेशनल बैंक आरबीआई के दूसरे लिस्ट को लेकर लेंडर्स से अभी से ही बात करने लगा है। इस हफ्ते की शुरूआत में ही आरबीआई ने विडियोकॉन, वीसा स्टील और जयसवाल नेको सहित दूसरी लिस्ट बैंको को भेजा था, जिसको लेकर बैंको को 31 दिसंबर तक एनसीएलटी से बात करना था। जून में ही रिजर्व बैंक ने ऐसे 12 बड़े अकाउंट की पहचान की थी जो भारतीय बैंकिंग सेक्टर के पूरे नॉन परफॉर्मिंग एसेट (एनपीए) का 25 हिस्सा है। इन 12 मे से 11 केस को चिन्हित कर लिया गया है और इन पर इंसॉल्वेंसी के तहत कार्रवाई भी शुरू कर दिया गया है।
आइक्रा ने कहा, बैंको का एसेट क्वालिटी चिंताजनक
इनमे से नौं खातो का निवेश पंजाब नेशनल बैंक के पास है। अपने एक हालिया रिपोर्ट में रेटिंग एजेंसी आइक्रा ने कहा कि, भारतीय बैंकों का एसेट क्वालिटी जनवरी-मार्च के 6.2 फीसदी के मुकाबले अप्रैल-जून मे 6.3 पर पहुंच गया है जो अपने आप में ही एक चिंताजनक बात है। 41 बैंको के का ग्रॉस नएपीए 31 मार्च 2017 के 7.65 लाख करोड़ के मुकाबले 30 जून 2017 को बढक़र 8.28 लाख करोड़ हो गया है। आइक्रा ने अनुमान लगाया है कि ग्रॉस एनपीए 31 मार्च 2018 तक बढक़र 8.8-9 लाख करोड़ पर पहुंचने की संभावना है। जून में खत्म जिमाही में पंजाब नेशनल बैंक का ग्रॉस एनपीए का अनुपात एक साल के 13.75 फीसदी के मुकाबले 13.66 फीसदी था। जबकि नेट एनपीए 8.67 फीसदी पर रहा।
Published on:
02 Sept 2017 11:51 am
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