बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती मुफ्त में बदनाम हैं। उन पर प्रत्याशियों से चंदा लगने और टिकट बेचने के आरोप लगते रहे हैं। लेकिन, हकीकत यह है यह उनकी पार्टी की जेब खाली है। चंदा वसूली में देश में सबसे आगे हैं अमित शाह हैं। उनके नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी ने साल 2015-16 में करीब 76 करोड़ रुपये वसूले। जबकि मायावती की पार्टी को इस अवधि में एक पैसा भी चंदा नहीं मिला। देश की पार्टियों की फंडिंग पर नजर रखने वाली संस्था एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉम्र्स (एडीआर) ने हाल ही में एक रिपोर्ट जारी की है। वर्ष 2015-16 के दौरान देश की सात राष्ट्रीय पार्टियों ने 20,000 रुपए से ऊपर की रकम के चंदे के रूप में कुल 102 करोड़ रुपये हासिल किए। यह रकम 1744 दानदाताओं द्वारा दी गई है।