scriptइस मंत्री से टूट गई अखिलेश यादव की बरसों पुरानी दोस्ती, यह बड़ी वजह आई सामने | Akhilesh friendship with this minister ends due to one big reason | Patrika News
लखनऊ

इस मंत्री से टूट गई अखिलेश यादव की बरसों पुरानी दोस्ती, यह बड़ी वजह आई सामने

इस बड़े मंत्री ने इसका खुलासा करते हुए अखिलेश से मित्रता न रखने की बात कही है।

लखनऊMay 06, 2018 / 06:39 pm

Abhishek Gupta

Akhilesh Yadav

Akhilesh Yadav

लखनऊ. 2017 विधानसभा चुनाव से पहले समाजावादी पार्टी के सुप्रीमो अखिलेश यादव का सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव से मनमुटाव पार्टी के लिए हानिकारक साबित हुआ था। कार्यकर्ताओं व अन्य नेता दो गुटों में बट गए थे और कहा जाता है कि यूपी विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी को इसी वजह से भारी नुकसान हुआ था। वहीं अन्य दलों में उनके मित्र भी अखिलेश से खफा थे और शायद अब भी हैं। इनमें रिपल्ब्किन पार्टी ऑफ इंडिया (आरपीआई) के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मंत्री रामदास अठावले भी शामिल हैं। रामदास अठावले ने इसका खुलासा करते हुए उनसे मित्रता न रखने की बात कही है। बीती रात लखनऊ में एक प्रेस वार्ता के दौरान अखिलेश से अपनी दोस्ती तोड़ने का ऐलान किया है। उनका कहना है कि अखिलेश ने मुलायम सिंह यादव का बड़ा अपमान किया है।
अखिलेश मेरे अच्छे मित्र थे-

शनिवार रात राजधानी में वीवीआईपी गेस्टहाउस में पत्रकार वार्ता के दौरान उन्होंने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव से अपनी मित्रता पर बात रखी। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव और हम अच्छे मित्र थे, लेकिन अब उनसे दोस्ती खत्म हो गई है। उन्होंने जब से सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव का बड़ा अपमान किया है, तभी से हमारा मन उनसे बेहद खफा है। इस समय हमारी दोस्ती उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से है।
मायावती के वोट बैंक पर लगाई सेंध-

अठावले ने बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती के दलित वोट बैंक पर सेंध लगाने का भी पूरा मन बना लिया है। इस बारे में उन्होंने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव के दौरान उनकी पार्टी आरपीआई यूपी में तीन सीटों की मांग करेगी। अठावले ने कहा कि हम 2019 में लोकसभा चुनाव में तीन सीटों की मांग करेंगे। अगर बीजेपी हमारी मांग स्वीकार कर लेती है तो उसे पूरे यूपी में दलितों का वोट मिलेगा। हमें पूरी उम्मीद है कि हमारी मांग पर बीजेपी विचार करेगी। वहीं उन्होंने कहा कि भाजपा भले ही गोरखपुर और फूलपुर संसदीय सीटों पर हार गई हो, लेकिर कैराना लोकसभा और नूरपुर विधानसभा उपचुनाव में भाजपा अच्छा प्रदर्शन करेगी।

Home / Lucknow / इस मंत्री से टूट गई अखिलेश यादव की बरसों पुरानी दोस्ती, यह बड़ी वजह आई सामने

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो