अखिलेश ने खाली किया सरकारी आवास, कुछ इस अंदाज में परिवार संग पहुंचे वीवीआईपी गेस्ट हाउस
जब भी चेंज किया कुछ नया पायाअखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए कहा कि कहा कि हमारी देश की संस्कृति भी कहती है कि चलते रहो-चलते रहो। उन्होंने कहा कि कभी मैं धौलपुर, कभी मैसून और न जाने कहां-कहां गया। उन्होंने लिखा है कि जब भी मैं एक जगह से दूसरी जगह गया, कुछ नया पाया। कुछ नया सीखने को मिला है। अब एक बार और सही।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि हम कोर्ट का सम्मान करते हैं, इसलिये सरकारी आवास छोड़ दिया। वैसे भी सरकारी चीज स्थायी नहीं होती है। गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद उत्तर प्रदेश राज्य संपत्ति विभाग ने उन सभी पूर्व छह मुख्यमंत्रियों (अखिलेश यादव, मुलायम सिंह यादव , मायावती , कल्याण सिंह, राजनाथ सिंह , एनडी तिवारी) को नोटिस जारी किया था, जिनके नाम पर सरकारी बंगला आवंटित था। शनिवार को नोटिस की मियाद पूरी हो गई।
सरकारी आवास खाली करने के बाद अखिलेश यादव जनेश्वर मिश्र पार्क पहुंचे। उन्होंने कहा कि अब घर में जगह नहीं है तो यहां रोज आना ही पड़ेगा, क्योंकि उन्हें कसरत करने की पुरानी आदत है। अखिलेश यादव ने कहा कि चलो इस बहाने रोज किसी न किसी ऐसी जगह पर वॉक करने जाऊंगा, जो सपा सरकार में बनी है। वहां लोगों से भी मुलाकात हो सकेगी। बंगला खाली करने के बाद वह सीधे जनेश्वर मिश्र पार्क पहुंच गये, जहां उनके बच्चों ने खूब मस्ती की।
अखिलेश-मुलायम ने बंगले खाली किये, लेकिन अभी नहीं छोड़ा कब्जा!
राज्य संपत्ति विभाग की नोटिस के बाद राजनाथ सिंह, कल्याण सिंह, अखिलेश यादव, मायावती और मुलायम सिंह यादव अपना सरकारी आवास खाली कर चुके हैं। एनडी तिवारी की पत्नी उज्ज्वला ने पूर्व मुख्यमंत्री के स्वास्थ्य का हवाला देते हुए एक साल का नोटिस मांगा है। भले ही अब तक पांच उपमुख्यमंत्रियों ने अपने बंगले खाली कर दिये हैं, लेकिन राज्य संपत्ति विभाग को अभी तक तीन बंगलों पर ही अधिकृत तौर पर कब्जा मिला है। अखिलेश यादव और मुलायम सिंह यादव ने अभी कागजों में कब्जा नहीं दिया है। राज्य संपत्ति अधिकारी योगेश कुमार शुक्ला ने बताया कि अभी तक राजनाथ सिंह, कल्याण सिंह और मायावती के बंगलों का ही अधिकारिक तौर पर कब्जा मिला है।