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कुलदीप सिंह सेंगर की सीट पर बीजेपी का बहुत बड़ा दांव, उपचुनाव में पलट जाएगी बाजी, सपा-बसपा और कांग्रेस तीनों की बढ़ेंगी मुश्किलें

locationलखनऊPublished: Oct 12, 2020 08:28:43 am

बांगरमऊ उपचुनाव: उन्नाव गैंगरेप मामले में घिरे कुलदीप सिंह सेंगर (Kuldeep Singh Sengar) की विधानसभा सदस्यता जाने के बाद बांगरमऊ सीट (Bangarmau Vidhansabha Upchunav) पर भी उपचुनाव हो रहा है।

कुलदीप सिंह सेंगर की सीट पर बीजेपी खेलने जा रही ये बड़ा दांव, उपचुनाव में सपा-बसपा और कांग्रेस तीनों के लिए जीत हो जाएगी मुश्किल

कुलदीप सिंह सेंगर की सीट पर बीजेपी खेलने जा रही ये बड़ा दांव, उपचुनाव में सपा-बसपा और कांग्रेस तीनों के लिए जीत हो जाएगी मुश्किल

नरेंद्र नाथ अवस्थी

उन्नाव. उन्नाव गैंगरेप मामले में घिरे कुलदीप सिंह सेंगर (Kuldeep Singh Sengar) की विधानसभा सदस्यता जाने के बाद बांगरमऊ सीट (Bangarmau Vidhansabha Upchunav) पर भी उपचुनाव हो रहा है। सेंगर बीजेपी के टिकट पर ही जीतकर आए थे। ऐसे में बीजेपी बांगरमऊ उपचुनाव में फूंक-फूंक कर कदम रख रही है। कांग्रेस की ओर से ब्राह्मण नेता को प्रत्याशी बनाए जाने के बाद बीजेपी से ब्राह्मण कैंडिडेट उतारे जाने की संभावना लगभग खत्म हो चुकी है। ऐसे में बैकवर्ड या क्षत्रिय प्रत्याशी की संभावनाएं बढ़ने लगी हैं। दुष्कर्म के आरोपी कुलदीप सिंह सेंगर को सजा मिलने के बाद खाली हुई सीट पर उनकी पत्नी संगीता सिंह सेंगर भी टिकट चाहती हैं। हालांकि बीजेपी नेतृत्व किसी भी प्रकार के विवाद से बचना चाहता है। इसलिए न तो उन्हें और न ही उनके परिवार के किसी सदस्य को टिकट देने के मूड में है।
बसपा ने महेश पाल तो कांग्रेस ने 2017 की ही प्रत्याशी आरती बाजपेयी पर दांव खेला है। जहां दोनों प्रत्याशी क्षेत्र में चुनाव के लिए पसीना बहा रहे हैं, वहीं सपा, भाजपा का प्रत्याशी न घोषित करना दोनों दलों के कार्यकर्ताओं, मतदाताओं के गले नहीं उतर रहा है। जबकि नामांकन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। दोनों दलों के संगठन क्षेत्र में सक्रिय हैं, मगर प्रत्याशी न होना बेचैनी बढ़ा रहा है।
पिछड़ों का वर्चस्व

बांगरमऊ विधानसभा सीट पर ओबीसी यानी अन्य पिछड़ी जाति के मतदाताओं की संख्या सबसे अधिक है। इसके बाद मुस्लिम बिरादरी का नंबर आता है। ब्राह्मण वोटर्स चौथे नंबर पर हैं। बीजेपी सूत्रों के अनुसार पार्टी क्षत्रिय या बैकवर्ड में से किसी एक को टिकट देगी। टिकट की रेस में पूर्व जिला अध्यक्ष श्रीकांत कटियार का नाम सबसे ऊपर है। उनके कार्यकाल के दौरान बीजेपी संगठनात्मक रूप से काफी मजबूत हो चुकी है। वह जमीनी स्तर से जुड़े नेता हैं। बीजेपी टिकट की लाइन में ब्लॉक प्रमुख नवाबगंज अरुण सिंह भी लगे हैं। लेकिन उनके ऊपर सत्ता पक्ष के साथ रहने का ठप्पा लगा है। इसके अतिरिक्त ममता सिंह, सरोज सिंह चौहान, ज्ञानेंद्र शुक्ला, पूर्व एमएलसी स्वर्गीय अजीत सिंह के बेटे शशांक शेखर सिंह के नाम पर चर्चा हो रही है। हिंदू जागरण मंच के प्रांतीय मंत्री और प्रभारी विमल द्विवेदी भी टिकट के लिए ताल ठोक रहे हैं।
जातिगत आंकड़े

मतदाताओं पर नजर डाली जाए तो बांगरमऊ में 3,38,903 कुल मतदाता हैं। जिनमें 1,85,357 पुरुष, 1,53,516 महिला मतदाता है,। 30 मतदाता थर्ड जेंडर से आते हैं। जातिगत आंकड़ों में सबसे अधिक ओबीसी और मुसलमान मतदाताओं की संख्या है। जो लगभग 60,000 से ऊपर है। वही, मल्लाह लोधी बिरादरी के लगभग 50,000 मतदाता हैं। ब्राह्मणों की संख्या लगभग 23,000 और ठाकुर 21,000 के आसपास है।
पिछले चुनाव के आंकड़े

2017 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी बदलू खां (59,164) को भारतीय जनता पार्टी के कुलदीप सिंह सेंगर (87,570) ने हराया था। तीसरे नंबर पर बीएसपी से मोहम्मद इरशाद खान (44,669) थे।
मतदाताओं की संख्या

कुल मतदाता- 3,38,903
पुरुष मतदाता- 1,85,357
महिला मतदाता- 1,53,516
थर्ड जेंडर- 30

मतदान केंद्र की संख्या

कुल मतदान केंद्र- 279
मुख्य पोलिंग बूथ- 397
सहायक पोलिंग बूथ-110
कुल पोलिंग बूथ- 507

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