केंद्र सरकार ने यूपी समेत देश के सभी राज्यों में इससे जुड़े निर्देश जारी कर दिए हैं। इसके अंतर्गत राज्यों को एक नोटिफिकेशन भेज दिया गया है। जिसमें डाक्यूमेंट्स eChallan सिस्टम के तहत मोबाइल पर दिखाए जा सकेंगे।
क्या है डिजिलॉकर? डिजिलॉकर एक क्लाउट बेस्ड सेवा है, जिसे केंद्र सरकार ने देश के नागरिकों के जरूरी दस्तावेजों जैसे कि सर्टिफिकेट्स, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट आदि को डिजिटल मतलब उसकी ऑनलाइन कॉपी को सुरक्षित रखने के लिए शुरू की है। पीएम मोदी ने इस सेवा की शुरुआत 2015 में ही कर दी थी। मोबाइल एप के अलावा आप अपने इन दस्तावेजों को लैपटॉप के जरिए भी डिजिलॉकर में सेव कर सकते हैं।
आसान है दस्तावेजों को डिजिलॉकर में अपलोड करना- डिजिलॉकर पर अपने दस्तावेजों को अपलोड करने के लिए आपको पहले इसकी साइट digilocker .gov.in पर क्लिक कर अपना खाता खोलना होगा। पुष्टि के लिए आपको मोबाइल पर OTP नंबर आएगा जिसके डालने पर एक अन्य विंडो खुलेगी, जिसमें आपको अपना नाम, उम्र से लेकर अपना मोबाइल नंबर डालना होगा। जब आपका अकाउंट बन जाएग तब अपलोड योर डॉक्यूमेंट्स upload your documents पर क्लिक करना होगा। इसके बाद आप अपने डॉक्यूमेंट की तस्वीर जो .jpg या .PNG फॉर्मेट की होगी उसे अपलोड करना होगा हैं। ऐसे आप डीएम व आरसी से लेकर अन्य दस्तावेजों की हार्ड कापी लेकर नहीं चलना होगा।
लखनऊवासी हैं उत्साहित- केंद्र सरकार की इस पहल से लखनऊ वासी भी उत्साहित हैं। ठाकुरगंज से आकाश कहते हैं कि वो सफर करते वक्त दो बार अपना ड्राइविंग लाइसेंस खो चुके हैं। लेकिन इस सुविधा से उन्हें काफी मदद मिलेगी।