ये भी पढ़ें- गर्लफ्रेंड की हुई सड़क हादसे में मौत, तो ब्वॉयफ्रेंड वहीं पर ब्लेड निकालकर करने लगा यह खौफनाक काम सीएम योगी ने दी चेतावनी- निजी सचिवों की गिरफ्तारी के लगभग दो सप्ताह बाद शुक्रवार को सीएम योगी शुक्रवार को लोकभवन में राज्यमंत्रियों और राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के साथ बैठक में बोल रहे थे। तभी उन्होंने कहा कि उन्हें उन मंत्रियों के खिलाफ कई शिकायतें मिल रही हैं, जो परिवार के सदस्यों को अपने मंत्रालयों में ले आए थे। उन्होंने कहा कि इस प्रथा पर तुरंत रोक लगनी चाहिए। मंत्रियों को अपने रिश्तेदारों को अपने स्टाफ में रखने या निजी सचिव बनाने से बचना चाहिए। इससे जनता के बीच अच्छा संदेश जाएगा और उनकी छवि भी अच्छी होगी। सीएम योगी आदित्यनाथ ने सरकार बनने के बाद भी मंत्रियों से सख्ती से कहा था कि वे दागी और रिश्तेदारों को अपना निजी सचिव या स्टाफ न बनाएं।
ये भी पढ़ें- मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू ने भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ने पर कही बड़ी बात निर्वाचन क्षेत्रो में समय बिताएं मंत्री- यही नहीं सीएम योगी ने मंत्रियों को अपने निर्वाचन क्षेत्रों और जिलों में अधिक समय बिताने का निर्देश दिया, जहां वे प्रभारी थे। लोकसभा चुनाव के लिए अब कुछ ही महीने बचे हैं, ऐसे में सरकार अपनी योजनाओं के प्रचार पर ध्यान केंद्रित कर रही है। इसके मद्देनजर मंत्रियों को अपने क्षेत्रों से जुड़ने के लिए कहा गया है।
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के तीन मंत्रियों के निजी सचिवों -ओम प्रकाश कश्यप, रामनरेश त्रिपाठी और संतोष अवस्थी- को एक समाचार चैनल द्वारा स्टिंग ऑपरेशन किए जाने के कुछ दिनों बाद ही भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार किया गया। जिससे यूपी सरकार की काफी किरकिरी हुई थी।