इस डिजिटल रामलीला की खास बात यह होंगी कि ये रामलीला हिंदी अौर अंग्रेजी दोनों में दिखागी जाएगी । जिसका लुत्फ विदेशी पर्यटक भी उठा सकेंगे । रामलीला का मचंन हर रोज शाम को रामकथा पार्क के अोपेन एयर थियेटर में होगा । हेलोग्राफिक लीला में सब कुछ जीवांत नजर आएगा ।
रामलीला के लिए तैयार पार्क रामकथा पार्क में पहले से रामकथा संग्रहालय , अोपन एयर थियेटर , अरबनहाट, क्वीन होए मेमोरियल यात्री निवास, रैन बसेरा आदि है। संपूर्ण रामायण लाइट और साउंड शो है।जिसमें दर्शकों को डिजिटल व लाइव (जीवंत) रामलीला एक साथ देखने को मिलेगा। वहीं पर्यटन विभाग रामकथा पार्क को जीवंत बनाने की तैयारी में है। पार्क के सौंदर्यीकरण के लिए तमाम तरह की तैयारियां शुरू कर दी गई है।
करीब 14 करोड़ रुपए होंगे खर्च अंदाजा लगाया जा रहा है कि इस आयोजन पर करीब 14 करोड़ रुपए खर्च होंगे। डिजिटल हेलोग्राफिक रामलीला के लिए ही 12 करोड़ रुपए की योजना तैयार की गई है। पर्यटन विभाग ने धन के लिए के लिए केंद्रीय संस्कृति मंत्राल को दोनों कार्ययोजना भेज दी है।
45 मिनट में पूरी होगी रामलीला डिजिटल रामलीला की खास बात ये होगी कि यह विदेशी पर्यटकों को भी जोड़ने का काम करेंगी। यह 45 मिनट हिंदी व 45 मिनट अंग्रेजी में रामलीला होगी। हेलोग्राफिक रामलीला के लिए कोई मंच नहीं होगा। इसके मंचन के लिए 45 डिग्री कोण पर दो बड़ा स्क्रीन होंगे। नीचे की स्क्रीन पर डिजिटल रामलीला प्रोजेक्टर के माध्यम से डाली जाएंगी।