क्या है मामला अमिताभ और नूतन के फ्राड का
अमिताभ ठाकुर और उनकी पत्नी नूतन ठाकुर पर जमीन लेने में क्षद्म दस्तावेज पेश किये जाने का आरोप लगाया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि नूतन ने अपने और अपने पति के फर्जी नामों वाले कूट रचित पहचान पत्र बनाये। बाद में इस प्रकार बनाए गए कूटरचित पहचान पत्रों आदि दस्तावेजों को असली की तरह से प्रयोग किया। इन्हीं दस्तावेजों के आधार पर उन्होंने अपने और अपने पति के क्षद्म नामों से देवरिया जिले के औद्योगिक क्षेत्र में प्लाट संख्या बी-2 का आबंटन अपने पक्ष में करा लिया। गोमती नगर थाने में लिखाई गई रिपोर्ट का यह मामला अब मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट लखनऊ की अदालत में है। इसकी सुनवाई अब 23 अप्रैल को होगी।
अमिताभ ठाकुर और उनकी पत्नी नूतन ठाकुर पर जमीन लेने में क्षद्म दस्तावेज पेश किये जाने का आरोप लगाया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि नूतन ने अपने और अपने पति के फर्जी नामों वाले कूट रचित पहचान पत्र बनाये। बाद में इस प्रकार बनाए गए कूटरचित पहचान पत्रों आदि दस्तावेजों को असली की तरह से प्रयोग किया। इन्हीं दस्तावेजों के आधार पर उन्होंने अपने और अपने पति के क्षद्म नामों से देवरिया जिले के औद्योगिक क्षेत्र में प्लाट संख्या बी-2 का आबंटन अपने पक्ष में करा लिया। गोमती नगर थाने में लिखाई गई रिपोर्ट का यह मामला अब मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट लखनऊ की अदालत में है। इसकी सुनवाई अब 23 अप्रैल को होगी।
आरटीआई कार्यकत्री उर्वशी शर्मा ने नूतन ठाकुर द्वारा क्षद्म नाम ‘श्रीमती नूतन देवी पत्नी अभिजात ठाकुर ग्राम खैरा जिला सीतामढीÓ के नाम से 28 जनवरी 1999 को महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र, देवरिया में शपथ पत्र दिया। आरोप है कि नूतन ठाकुर द्वारा क्षद्म नाम से 24 मार्च1999 को स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया में जमा किये गए ट्रेजऱी चालान में भी उनका क्षद्म नाम है। वरिष्ठ अधिवक्ता त्रिभुवन कुमार गुप्ता के मार्फत मुकद्दमा दर्ज करके नूतन और अमिताभ के खिलाफ 420,467,468,471,34,166,217,120 बी के तहत विधिक कार्यवाही करने की मांग की थी।
अधिवक्ता त्रिभुवन कुमार गुप्ता ने बताया कि लखनऊ के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने उर्वशी के मुक़दमे को 1042/19 संख्या पर दर्ज करके राजधानी के गोमतीनगर थाने से आख्या तलब की है और आगामी 23 अप्रैल को सुनवाई की तिथि नियत की है। उन्होंने कहा कि भारतीय दंड संहिता की अति गंभीर धाराओं के आपराधिक कृत्य है। इसीलिये उर्वशी ने अदालत से गुहार लगाई है कि इस हाई प्रोफाइल मामले की जांच पुलिस की विशेष यूनिट्स से कराई जाए।