संसद शीतकालीन सत्र: मायावती और अखिलेश यादव आए एक साथ, जातीय जनगणना पर बढ़ सकती है बीजेपी की मुश्किलें
ये परिणाम गले के नीचे उतर पाना मुश्किल- मायावतीबसपा सुप्रीमों मायावती ने लिखा, “देश के चार राज्यों में अभी हाल ही में हुए विधानसभा आमचुनाव के आए परिणाम एक पार्टी के पक्ष में एकतरफा होने से सभी लोगों का शंकित, अचंभित व चिन्तित होना स्वाभाविक, क्योंकि चुनाव के पूरे माहौल को देखते हुए ऐसा विचित्र परिणाम लोगों के गले के नीचे उतर पाना बहुत मुश्किल।”
पूरे चुनाव के दौरान माहौल एकदम अलग व काँटे के संघर्ष जैसा दिलचस्प, किन्तु चुनाव परिणाम उससे बिल्कुल अलग होकर पूरी तरह से एकतरफा हो जाना, यह ऐसा रहस्यात्मक मामला है जिसपर गंभीर चिन्तिन व उसका समाधान जरूरी। लोगों की नब्ज पहचानने में भयंकर ’भूल-चूक’ चुनावी चर्चा का नया विषय।
बीएसपी के सभी लोगों ने पूरे तन, मन, धन व दमदारी के साथ यह चुनाव लड़ा, जिससे माहौल में नई जान आई, किन्तु उन्हें ऐसे अजूबे परिणाम से निराश कतई भी नहीं होना है बल्कि परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर के जीवन संघर्षों से प्रेरणा लेकर आगे बढ़ने का प्रयास करते रहना है।
इस चुनावी परिणाम के संदर्भ में जमीनी रिपोर्ट लेकर आगे लोकसभा चुनाव की नए सिरे से तैयारी पर विचार-विमर्श के लिए पार्टी की आल इण्डिया की बैठक आगामी 10 दिसम्बर को लखनऊ में आहुत। चुनाव परिणाम से विचलित हुए बिना अम्बेडकरवादी मूवमेन्ट आगे बढ़ने का हिम्मत कभी भी नहीं हारेगा।