कोरोना संक्रमित के परिजन की जांच होगी अमित मोहन प्रसाद ने कहाकि, कोरोना संक्रमित व्यक्ति के परिवार के सदस्य व उनके सहायकों की जांच होगी। दूसरे देश की यात्रा पर जा रहे व्यक्ति की जांच उस देश के कोरोना प्रोटोकाल के अनुसार होगी। अस्पतालों में भर्ती मरीज जिनकी सर्जरी होनी है या गर्भवती महिला के प्रसव आदि में अगर कोई इमरजेंसी है तो जांच रिपोर्ट के इंतजार नहीं किया जाएगा। कोरोना के लक्षण होने पर ही जांच होगी। बिना जरूरत जांच नहीं होगी।
कोरोना जांच के लिए दूसरे अस्पताल नहीं भेजे जाएंगे मरीज अमित मोहन प्रसाद ने कहाकि, सभी अस्पतालों में कोरोना जांच के सैंपल लेकर उन्हें प्रयोगशाला भेजने का इंतजाम करना होगा। कोरोना जांच के लिए एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल मरीज नहीं भेजे जाएंगे। घर पर स्वयं जांच व रैपिड एंटीजन टेस्ट में पाजिटिव पाए गए रोगियों की दोबारा जांच नहीं होगी।
जांच निगेटिव आती है तो अमित मोहन प्रसाद ने कहाकि, यदि जांच निगेटिव आती है लेकिन व्यक्ति में कोरोना के लक्षण हैं तो जांच की जाएगी। कोरोना के ओमिक्रोन वैरिएंट का पता लगाने के लिए जीनोम सिक्वेंसिंग इंडियन सार्स-कोव-2 जीनोमिक सर्विलांस कंसोर्टियम (इंसाकाग) से मान्यता प्राप्त लैब में ही कराई जाएगी।
एयरपोर्ट पर ही सैंपल लिया जाएगा अमित मोहन प्रसाद ने कहाकि, ज्यादा जोखिम वाले 19 देशों से आने वाले लोगों की जांच के लिए एयरपोर्ट पर सैंपल लिया जाएगा। उन्हें वहीं क्वारंटाइन सेंटर पर रखा जाएगा। रिपोर्ट अगर पाजिटिव है तो कोरोना अस्पताल में भर्ती होंगे। निगेटिव होने पर भी सात दिन घर पर क्वारंटाइन रहना होगा। आठवें दिन फिर सैंपल लिया जाएगा।
ज्यादा जोखिम वाले 19 देशों के नाम ज्यादा जोखिम वाले देशों में यूके, चीन, दक्षिण अफ्रीका, चीन, बोत्सवाना, ब्राजील, घाना, मारीशस, न्यूजीलैंड, जिम्बाब्वे, तंजानिया, हांगकांग, इजराइल, कांगो, इथोपिया, कजाकिस्तान, केनिया, नाइजीरिया, जाम्बिया व ट्यूनीशिया शामिल है।