9 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

राजीव गांधी पर बयान को लेकर पीएम मोदी की बढ़ सकती हैं मुश्किलें, प्रमोद तिवारी उठाने जा रहे यह कदम

पीएम मोदी द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को लेकर की कई अमर्यादित टिप्पड़ी पर कांग्रेस के पूर्व सांसद प्रमोद तिवारी ने बड़ा बयान जारी किया।

2 min read
Google source verification

लखनऊ

image

Abhishek Gupta

May 07, 2019

Modi Pramod

Modi Pramod

लखनऊ. पीएम मोदी द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को लेकर की कई अमर्यादित टिप्पड़ी पर कांग्रेस के पूर्व सांसद प्रमोद तिवारी ने बड़ा बयान जारी किया। उन्होंन पीएम मोदी की टिप्पणी की निंदा करते हुए उन्हें कानूनी नोटिस भेजने का ऐलान किया है। प्रमोद तिवारी ने कहा कि पीएम मोदी ने अनावश्यक बयान देकर चुनाव में अपनी हार पहले ही स्वीकार कर ली है। आपको बता दें कि पीएम मोदी ने यूपी की एक रैली में कांग्रेस राष्टीय अध्यक्ष राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए कहा था कि आपके पिता के दरबारी उन्हें मिस्टर क्लीन कहते थे, लेकिन उनकी मौत भ्रष्टाचारी नं. 1 के रूप में हुई थी। इस बयान को लेकर कांग्रेस व अन्य विपक्षी दलों ने पीएम मोदी की खूब अलोचना की थी।

ये भी पढ़ें- जुड़वा बच्चों के अपहरण-हत्या के आरोपी की जेल में मौत, पुलिस प्रशासन में मचा हड़कंप

किसी को इतना नीचे नहीं गिरना चाहिए- प्रमोद

प्रमोद तिवारी ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह राजनीतिक शुचिता और मर्यादा की सभी सीमाएं पार कर रहे हैं। हार और जीत चुनाव का एक हिस्सा है, लेकिन किसी को भी इतना नीचे नहीं गिर जाना चाहिए। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के खिलाफ इस तरह के आरोप सुनकर उन्हें गहरी पीड़ा हुई है। मैं जल्द ही मोदी को इस मुद्दे पर एक कानूनी नोटिस भेजूंगा। कांग्रेस ने प्रधानमंत्री से इस पर बिना शर्त माफी की मांग की है।

आपको बता दें कि श्रीलंका के एक तमिल आत्मघाती हमलावर ने मई 1991 में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या कर दी थी।

अखिलेश यादव भी कर चुके हैं पीएम मोदी पर हमला-

अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर अखिलेश यादव ने इस मामले को लेकर लिखा कि लोगों की भले ही राजनीतिक असहमति हो, लेकिन जो शहीद हुए हैं, वे हमारे सम्मान के पात्र हैं और उनके परिवार हमारी सहानुभूति के हकदार हैं। चुनाव हो या न हो, यह बुनियादी मानवता है। पीएम का बयान यह दर्शाता है कि लोग सत्ता पर काबिज होने की खातिर कितने निचले स्तर तक जा सकते हैं।