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सीएम योगी ने 6 नवंबर को फैजाबाद जिला का नाम अयोध्या रख दिया था। अयोध्या में एक संबोधन के दौरान उन्होंने ने कहा था कि अयोध्या में नया मेडिकल कॉलेज बनाया जा रहा है और इसका नाम राजर्षि दशरथ पर रखा जाएगा। साथ ही वहां बन रहे एयरपोर्ट का नाम मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम के नाम पर रखा जाएगा।
सीएम योगी ने 6 नवंबर को फैजाबाद जिला का नाम अयोध्या रख दिया था। अयोध्या में एक संबोधन के दौरान उन्होंने ने कहा था कि अयोध्या में नया मेडिकल कॉलेज बनाया जा रहा है और इसका नाम राजर्षि दशरथ पर रखा जाएगा। साथ ही वहां बन रहे एयरपोर्ट का नाम मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम के नाम पर रखा जाएगा।
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उससे पहले इलाहाबाद का नाम प्रयागराज किया गया था। इसके लिए तर्क यह दिया गया कि अकबरनामा और आईने अकबरी व अन्य मुगलकालीन ऐतिहासिक पुस्तकों से ज्ञात होता है कि अकबर ने सन् 1575 के आसपास प्रयागराज में किले की नींव रखी। उसने यहां नया नगर बसाया जिसका नाम उसने इलाहाबाद रखा। उसके पहले तक इसे प्रयागराज के ही नाम से जाना जाता था।
उससे पहले इलाहाबाद का नाम प्रयागराज किया गया था। इसके लिए तर्क यह दिया गया कि अकबरनामा और आईने अकबरी व अन्य मुगलकालीन ऐतिहासिक पुस्तकों से ज्ञात होता है कि अकबर ने सन् 1575 के आसपास प्रयागराज में किले की नींव रखी। उसने यहां नया नगर बसाया जिसका नाम उसने इलाहाबाद रखा। उसके पहले तक इसे प्रयागराज के ही नाम से जाना जाता था।
कैसे बदलता है शहर व तहसील का नाम-
किसी भी शहर का नाम बदलने के लिए वहां के स्थानीय लोग या जनप्रतिनिधि नाम बदलने का प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजते हैं। राज्य मंत्रिमंडल इस पर विचार करती है और मंजूरी देने के बाद राज्यपाल की सहमति को भेजती है। इसके बाद राज्यपाल प्रस्ताव पर अनुंशसा देने के साथ अंतिम मंजूरी के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेजते हैं। वहीं गृहमंत्रालय से हरी झंडी मिलने के बाद राज्य सरकार नाम बदलने की अधिसूचना जारी करती है।
किसी भी शहर का नाम बदलने के लिए वहां के स्थानीय लोग या जनप्रतिनिधि नाम बदलने का प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजते हैं। राज्य मंत्रिमंडल इस पर विचार करती है और मंजूरी देने के बाद राज्यपाल की सहमति को भेजती है। इसके बाद राज्यपाल प्रस्ताव पर अनुंशसा देने के साथ अंतिम मंजूरी के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेजते हैं। वहीं गृहमंत्रालय से हरी झंडी मिलने के बाद राज्य सरकार नाम बदलने की अधिसूचना जारी करती है।