ये भी पढ़ें- चेतन चौहान का निधन कोरोना से नहीं हुआः सपा एमएलसी ने सदन में खोलकर रख दी स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल रिकवरी रेट हुआ बेहतर- इस माह रिकवरी का प्रतिशत बढ़कर 72.21 हो गया है। यदि नए मामले में तेजी से इजाफा हुआ तो 86950 मरीज इस माह जल्द स्वस्थ होकर डिस्चार्ज भी हुए, जो कुछ राहत की बात भी है। प्रदेश में ज्यादा से ज्यादा टेस्टिंग पर भी जोर दिया जा रहा है। यूपी में स्वास्थ्य विभाग की ओर से अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि शनिवार को प्रदेश में 1,30,445 सैंपल्स की जांच की गई है। यह एक दिन में अब तक किसी भी प्रदेश द्वारा किए गए सबसे ज्यादा टेस्ट हैं। अब तक प्रदेश में कुल 45,51,619 सैंपल्स की जांच की जा चुकी है।
ये भी पढ़ें- कानपुर के इन 25 अपराधियों की अवैध संपत्ति होगी जब्त, विकास दुबे के खजांची जय बाजपेई का नाम शामिल सिद्धार्थनगर के डीएम कोरोना संक्रमित- वैश्विक महामारी कोरोना वायरस संक्रमण का प्रसार गति पकड़ चुका है। मंत्री व विधायक के साथ जिला तथा पुलिस प्रशासन के अफसर भी इसकी चपेट में हैं। सिद्धार्थनगर के डीएम दीपक मीणा की कोरोना वायरस पॉजिटिव हैं। फिलहाल उन्हें होम आइसोलेशन में रखा गया है। वहीं लखनऊ का केजीएमयू भी संक्रमण का नया केंद्र बनता जा रहा है। यहां सीएमएस समेत 15 स्टाफ में वायरस पाया गया है। केजीएमयू में बड़े अफसर भी वायरस के शिकार हो गए हैं। उन्होंने खुद को घर में कैद कर लिया है। वहीं डॉक्टर- कर्मियों में वायरस का हमला जारी है। लिहाजा, कैंपस में भय का माहौल कायम है। मरीजों को भी अव्यवस्थाओं का सामान करना पड़ रहा है।
सीएम कार्यालय से रखी जाएगी कोविड अस्पतालों में बेड व इलाज पर नजर – सीएम योगी ने यूपी में कोरोना से संक्रमित मरीजों की जान हर कीमत पर बचाने व उन्हें समय पर बेहतर इलाज दिए जाने के सख्त निर्देश दिए हैं। जिलों में कोरोना मरीजों को अस्पताल में समय पर बेड मिल पा रहे हैं या नहीं, अब इसकी निगरानी उन्होंने सीधे मुख्यमंत्री कार्यालय से रखने के निर्देश दिए हैं। सीएम कार्यालय के साथ मुख्य सचिव कार्यालय से भी प्रतिदिन जिलों से रिपोर्ट ली जाएगी। जिलों में समय पर मरीजों को बेड न मिलने की शिकायतें आने के बाद यह कदम उठाए जा रहे हैं।