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12वीं बोर्ड के रिजल्ट आ चुके हैं तथा सभी छात्र अच्छे कॅरियर की तलाश में अपने मनपसंद कोर्सेज ज्वॉइन करने की जुगाड़ में लगे हैं। इन दिनों ट्रेडिशनल सब्जेक्ट्स के मुकाबले गैरपारंपरिक विषयों में भी अच्छे कॅरियर की संभावनाएं देखी जा रही हैं। जानिए ऐसे ही कुछ गैरपारंपरिक कॅरियर ऑप्शन्स के बारे में
एडिटिंग तथा प्रूफ रीडिंग के क्षेत्र में
प्रूफ रीडिंग कंटेंट एडिटिंग का मुख्य हिस्सा है। इसमें कंटेंट की पॉलिशिंग करके पब्लिश करने के लिए तैयार किया जाता है। वाक्यों और शब्दों में अशुद्धि की पहचान उन्हें सही करने का काम होता है। प्रूफ रीडर की डिमांड सोशल मीडिया के स्टेटस से लेकर अखबारों, मैग्जीन, रिसर्च पेपर, ब्लॉग्स, बुक आदि में बेहद है। अच्छी बात यह है कि यह काम आप अपनी पढ़ाई के साथ भी कर सकते हैं। पब्लिशिंग वाले सभी छोटे और बड़े संस्थानों में प्रूफ रीडर की आवश्यकता होती है। प्रिंटिंग प्रेस विशेषकर ऐसे लोगों से संपर्क करती है। कॅरियर के लिहाज से बतौर लीगल ट्रांसक्रिप्शन, ऑनलाइन आर्टिकल व ब्लॉग पोस्ट, कोर्ट ट्रांसक्रिप्ट्स, नॉवल, यूजर मैन्युअल, प्रेस रिलीज आदि क्षेत्र बेहतर हैं।
एग्रीकल्चर में कॅरियर
देशभर के कई प्राइवेट और सरकारी संस्थानों में संचालित एग्रीकल्चर संबंधी कोर्सेज में आप 12वीं कक्षा के बाद प्रवेश परीक्षा के माध्यम से प्रवेश प्राप्त कर सकते हैं। यह परीक्षा स्टेट और यूनिवर्सिटी दोनों स्तर पर आयोजित होती है। परीक्षा में प्राप्त मेरिट अंकों के आधार पर बीएसएसी इन एग्रीकल्चर में एडमिशन ले सकते हैं। कुछ प्रमुख प्रवेश परीक्षाओं में शामिल है - इंडियन काउंसिल ऑफ एग्रीकल्चरल रिसर्च द्वारा आयोजित ऑल इंडिया एंट्रेंस एग्जामिनेशन फॉर एडमिशन, कम्बाइंड एंट्रेंस एग्जाम - केरल, मध्य प्रदेश प्री एग्रीकल्चर टेस्ट आदि।
सोशल वर्क में कॅरियर
आमजन की भलाई का करने वालों के लिए बैचलर्स ऑफ सोशल वर्क (बीएसडब्ल्यू) एक बहुत ही अच्छा डिग्री कोर्स है। इसके बाद स्टूडेंट के पास प्राइवेट, सरकारी, एनजीओ आदि सभी क्षेत्रों में रोजगार के बेहतर अवसर मौजूद हैं। कॅरियर की शुरुआत किसी कॉर्पोरेट संस्थान के एचआर डिपार्टमेंट या सीएसआर (कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी) डिपार्टमेंट में नौकरी से कर सकते हैं। कई तरह के एनजीओ में भी सोशल वर्कर्स और ट्रेनी को जगह दी जाती है। रुरल डेवलपमेंट, फैमिली वेलफेयर, पब्लिक हैल्थ और फैमिली सर्विसेज आदि विभागों में कॅरियर के विकल्प मौजूद हैं।
शारीरिक शिक्षा के क्षेत्र में
तीन वर्षीय बैचलर ऑफ फिजिकल एजुकेशन (बीपीएड) कोर्स के लिए योग्यता 12वीं पास और न्यूनतम आयु 17 वर्ष होनी अनिवार्य है। बीपीएड संचालित कराने वाले संस्थानों में आयोजित प्रवेश परीक्षा पास करनी होती है। इसमें फिजिकल फिटनेस टेस्ट, अकादमिक टेस्ट (अंग्रेजी व सामान्य ज्ञान) और गेम/स्पोट्र्स प्लेइंग एबिलिटी टेस्ट पास करने पर एडमिशन मिलता है। प्रमुख संस्थानों में शामिल हैं - इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ फिजिकल एजुकेशन एंड स्पोट्र्स साइंसेज, नई दिल्ली, बीएचयू, बेंगलुरु यूनिवर्सिटी आदि।
Published on:
21 Jun 2019 03:05 pm
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