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एंटरप्रेन्योर्स कोर्स करने के बाद बिजनेस स्कूल से बिजनेस की डिग्री लेने के बाद भी कुछ चीजें ऐसी होती हैं, जो एक बिजनेस स्कूल आपको कतई नहीं सिखाता। दरअसल वह आपको कागजी ज्ञान तो दे देता है लेकिन फील्ड में आने वाले दिक्कतें और व्यावहारिक ज्ञान आपको खुद ही हासिल करना पड़ता है। आइए जानते हैं ऐसी ही कुछ चीजों के बारे में...
हायरिंग और मैनेजमेंट
बिजनेस मैनेजमेंट के साथ लोगों का मैनेजमेंट बहुत जरूरी चीज है। यदि आप अपने की रोल्स के लिए सही लोगों को हायर करेंगें तो आपका बिजनेस सफलता प्राप्त करेगा। इसके लिए आपको सही तरीके से इंटरव्यू लेना आना चाहिए। आपको यह भी आना चाहिए कि एम्प्लॉइज को अच्छा काम करने के लिए हर वक्त प्रेरित कैसे किया जाए। इसके साथ ही बिजनेस स्कूल आपको यह भी नहीं सिखाते कि आपको किस एम्प्लॉई को कितनी सैलरी देनी चाहिए। यह आप अपने अनुभव से सीखते हैं।
एक एंटरप्रेन्योर के लिए बिजनेस की शुरुआत एक बच्चे के लिए पहली बार स्कूल जाने जैसी ही है। बिजनेस स्कूल में आपको किताबी ज्ञान तो मिलता है लेकिन सफलता आप अपने अनुभव से ही हासिल करते हैं।
पैसा कहां से आएगा ?
बिजनेस की शुरुआत के लिए लोगों से पैसा इकट्ठा करना भी एक कला है। यह करते-करते ही सीखा जा सकता है कि कैसे पैसे का लगातार फ्लो बिजनेस में मदद करता है। निवेशकों को बिजनेस की शुरुआत में आकर्षित करना भी एक कला ही है। आप आने वाली परेशानियों को कैसे दूर करेंगे, आपका प्रॉडक्ट दूसरों से अलग कैसे है। आपको यह सब बातें अपने निवेशकों को समझानी आनी चाहिए।
रेगुलेशन्स, रेड टेप्स
जब भी आप बिजनेस की शुरुआत करते हैं तो ढेर सारे टैक्स और सरकारी नियमों की परिभाषा आपको डराती है। साथ ही आपको कई फॉर्मेलिटीज भी पूरी करनी होती हैं। आपको सारे टैक्स देना और सरकारी नियम-कायदों का पता होना चाहिए, जो आपकी कंपनी पर लागू होने वाले हैं। इसके लिए आपको अपने सीए, अकाउंटेंट और कंपनी सेक्रेटरी से मीटिंग करके इस बारे में जरूरी जानकारी अवश्य ले लेनी चाहिए।
मानसिक संतुलन कैसे बनाएं
एंटरप्रेन्योर होने के नाते अपने मानसिक और भावनात्मक संतुलन को बनाए रखना काफी मुश्किल काम है। इस बारे में चर्चा शायद ही की जाती है लेकिन इसकी जरूरत शायद सबसे ज्यादा होती है। बिजनेस की शुरुआत में आपके पास ढेर सारे रिजेक्शन होंगे तो फिर सेलिब्रेशन के मौके भी कई आएंगे। अपने आपका और अपनी टीम का मोटिवेशन बनाए रखना, जब सारी चीजें आपके हाथ से फिसल जाएं जैसी परिस्थिति में अपने दिमाग को शांत रखना और लक्ष्य की ओर फोकस करना आपके लिए बहुत जरूरी होता है। फोकस के बिना आप कभी आगे नहीं बढ़ सकेंगे।
जब चीजें अनिश्चित हों
ज्यादातर बिजनेस स्कूल्स में उन प्रॉब्लम्स पर फोकस किया जाता है, जो बिजनेस में कुछ सालों बाद आती है, जैसे उन्हें नए मार्केट में कैसे उतरना है, सेल में आई कमी को कैसे बूस्ट करना है आदि। वहीं बिजनेस की शुरुआत में एंटरप्रेन्योर्स के पास जानकारी न के बराबर होती है। प्रॉडक्ट में कितनी लागत आएगी, कस्टमर्स की मांग के मुताबिक प्रॉडक्ट कैसा होना चाहिए, किसी की सैलेरी की कितनी मांग उचित है, ये सब स्किल्स स्कूल नहीं सिखाएगा। यह आपको बिजनेस के दौरान हासिल होंगी। अत: बिजनेस में हर समय सिर्फ किताबी ज्ञान को आधार बनाना सही नहीं है।
Published on:
04 Jun 2018 09:56 am
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