अधिकारियों से लगा चुके हैं गुहार
ग्राम के हैंडपम्प भी दम तोड़ चुके है ऐसे में ग्रामीणों के लिए पानी के सभी साधन बंद होने से भीषण जलसंकट के चलते ग्रामीण बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे है। वहीं अब ग्रामीण प्रार्थना करने लगे है जल्दी से पानी बरसा दे।ग्रामीणों नेे पीएचई विभाग के अधिकारियों से भी गुहार लगाई है किन्तु विभाग के अधिकारियों की उदासीनता के चलते पानी की समस्या का निराकरण नहीं किया जा रहा है। ग्राम के कली बाई, उषा बाई, जगवंतीन बाई, मिश्री लाल, मनीष धुर्वे, भाग सिंह बट्टी, भगत पड़वार ने बताया कि गांव की जनसंख्या 730 है। जहां पर 350 परिवार निवासरत है।
पूरा दिन पानी की व्यवस्था में बीत जाता है
गर्मी में पानी के परेशान होना पड़ रहा है। इसके साथ ही ग्रामीणों ने बताया कि समस्या के समाधान के लिए 181 में भी शिकायत की पर आज तक उसका निराकरण नहीं हो सका है। वर्तमान स्थिति में करीब 2 किलोमीटर दूर से पानी ला रहे है पूरा दिन सिर्फ पानी की व्यवस्था में बीत जाता है। ऐसी स्थिति में गांव में जीवन यापन बहुत ही मुश्किल हो गया। ग्रामीणों का कहना है कि अब तो बस ऊपर वाले की कृपा से पानी बरस जाए तो राहत मिलेगी। प्रशासन और प्रतिनिधियों से किसी प्रकार की उम्मीद नहीं है।