
इलेक्शन और सोने में क्या है खास कनेक्शन, चुनाव का अक्षय तृतीया पर पड़ सकता है ये असर
नई दिल्ली। जैसा कि हम सभी जानते हैं कि 7 मई को अक्षय तृतीया है और इस दिन सोना खरीदना शुभ माना जाता है। कई लोग सोना खरीदने के लिए इस दिन का इंतजार भी करते हैं, लेकिन इस बार की अक्षय तृतीय ज्यादा खास है। इसके खास होने का मुख्य कारण देश में चल रहा चुनाव है। चुनाव का असर इस बार अक्षय तृतीया पर भी देखने को मिल सकता है। जहां एक ओर कारोबारियों को देश अक्षय तृतीया के मौके पर सोने की डिमांड बढ़ने की उम्मीद है तो वहीं कुछ कारोबारियों को सोने की मांग घटने का भी डर सता रहा है। आइए आज हम आपको बताते हैं कि इस बार के इलेक्शन का क्या है गोल्ड से कनेक्शन-
मांग में हो सकती है बढ़ोत्तरी
आपको बता दें कि हर साल अक्षय तृतीया पर सोने की मांग में बढ़ोतरी होती थी, वहीं इस बार लोकसभा चुनाव के चलते कुछ जगहों पर इसकी मांग में कमी देखने को मिल सकती है तो कहीं पर इसकी मांग में बढोत्तरी भी देखने को मिल सकती है। जानकारों की मानें तो ज्वैलरी इंडस्ट्री को इस बार अक्षय तृतीया ( Akshaya Tritiya ) के मौके पर डिमांड में 10 फीसदी से अधिक की वृद्धि का अनुमान है। इसकी वजह कंज्यूमर की सकारात्मक धारणा और स्थिर कीमतें हैं। इसके अलावा कई ब्रांड्स ने इस अवसर पर ग्राहकों को लुभाने की कई योजनाएं पेश की हैं।
चेयरमैन अनंत पद्मनाभन ने दी जानकारी
ऑल इंडिया जेम्स एंड ज्वेलरी डॉमेस्टिक काउंसिल के चेयरमैन अनंत पद्मनाभन ने जानकारी देते हुए बताया कि गुड़ी पड़वा के बाद से कंज्यूमर्स की विचारधाना में बदलाव हुआ है, जिसका असर बाजार में देकने को मिल रहा है। इसके साथ ही पिछले कुछ महीनों से सोने के दामों में भी कुछ खास बदलाव देखने को नहीं मिल रहा है। इससे हमें इस साल अक्षय तृतीया के मौके पर सोने और सोने के आभूषणों की मजबूत मांग की उम्मीद है। अभी के माहौल को देखते हुए हमें इस मौके पर कम से कम 10 फीसदी की दर से वृद्धि का अनुमान है।
घट सकते हैं सोने के दाम
इसके साथ ही मांग बढने के साथ सोने के दाम में भी कमी देखने को मिल सकती है। जानकारों के अनुसार ेइस बार अक्षय तृतीया पर सोने के दाम कम हो सकते हैं क्योंकि अगर बात पिछले पांच सालों के ट्रेंड की करें तो सोने के दाम में घट-बढ़ की स्थिति देखने को मिली है क्योंकि साल 2014 से लेकर 2018 तक सोने के दाम में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिले हैं।
| साल | दाम ( रुपए प्रति दस ग्राम ) |
| 2014 | 28,865 |
| 2015 | 26,938 |
| 2016 | 29,860 |
| 2017 | 28,861 |
| 2018 | 31,535 |
Source: goldpriceindia.com
पड़ सकता है नकारात्मक प्रभाव
इसके अलावा जिन जगहों पर चुनाव नहीं हुआ है वहां की बात करें तो उन जगहों पर सोने की मांग में कमी आ सकती है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के मैनेजिंग डायरेक्टर सोमासुंदरम पीआर ने कहा कि नोटबंदी और GST जैसे नीतिगत बदलावों के बाद बाजार अब संभल चुका है और इस बार अक्षय तृतीया को लेकर पिछले कुछ वर्षों की तुलना में उम्मीदें बेहतर हैं। हालांकि उन्होंने यह भी माना कि जिन जगहों पर अभी चुनाव होने बाकी हैं, वहां बिक्री पर नकारात्मक प्रभाव भी पड़ सकता है।
जानिए जानकारों की राय
वहीं, इंडिया बुलियन एंड ज्वैलरी एसोसिएशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सौरभ गाडगिल ने जानकारी देते हुए बताया कि उनको अक्षय तृतीया के मौके पर मांग में 15-20 फीसदी तक की बढ़ोत्तरी होने का अनुमान है। कल्याण ज्वैलर्स के चेयरमैन टीएस कल्याणरामन ने कहा कि उन्हें पिछले दो महीने के नियोजित प्रयासों के दम पर मांग में 25 फीसदी की दर से वृद्धि का अनुमान है।
आ चुके हैं कई ऑफर
जानकारों के अलावा अगर ऑपर्स की बात करें तो कई कंपनियां अक्षय तृतीया पर सोना खरीदने वालों को खास ऑफर देती हैं, जिसका सीधा असर ग्राहकों की मांग पर पड़ता है क्योंकि अगर ग्राहकों को सोने के साथ गिफ्ट के रूप में कुछ एकस्ट्रा मिले तो ये सभी लोगों के लिए काफी लुभावना होता है। जैसा कि इस समय स्रैपडील ने सोने के सिक्के या सोने के बिस्किट पर 40 फीसदी तक की और चांदी के सिक्के एवं बिस्किट पर 70 फीसदी तक की छूट की पेशकश की है।
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Updated on:
06 May 2019 07:32 am
Published on:
06 May 2019 07:15 am
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