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मथुरा

क्या हैं बच्चों के अधिकार, क्या होता है गुड टच और बैड टच, क्या करें माता-पिता?

रेलवे चाइल्ड लाइन ने चलाया अभियान, बच्चों और अभिभावकों को दी गई महत्वपूर्ण जानकारी

मथुराJun 22, 2019 / 01:28 pm

अमित शर्मा

Railway child line

क्या हैं बच्चों के अधिकार, क्या होता है गुड टच और बैड टच, क्या करें माता-पिता?

मथुरा। मथुरा रेलवे जंक्शन पर चाइल्ड लेबर रोकने के बारे में एक अभियान चलाया गया। इस अभियान में लोगों को चाइल्ड लेबर के खिलाफ खड़े होने की जानकारी दी। साथ ही बच्चों के अधिकारों के बारे में बताया गया। मौके पर बच्चों को यह भी बताया गया कि गुड टच और बैड टच क्या होता है? बच्चे कैसे पहचानें कि कोई व्यक्ति बुरा काम करने की नीयत से टच कर रहा है?
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Railway child line
बच्चों को तस्करी रोकें
रेलवे चाइल्ड लाइन, मथुरा ने केंद्रीय विद्यालय के दर्जनों बच्चों के साथ मिलकर रेलवे जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर 1 पर जन जागरूकता अभियान चलाया गया। इस अभियान में यात्रियों को चाइल्ड लेबर और बच्चों को होने वाली तस्करी से कैसे बचाया जाए, इसके बारे में जानकारी दी गई। दो दर्जन से अधिक केंद्रीय विद्यालय की छात्राओं और शिक्षिकाओं ने भी इस अभियान में बढ़-चढ़कर भाग लिया। मथुरा रेलवे चाइल्ड लाइन के कोऑर्डिनेटर मोहम्मद सईद ने अभियान की जानकारी देते हुए बताया कि हम लोग लंबे समय से बाल तस्करी और चाइल्ड लेबर पर काम कर रहे हैं । हमारा यही उद्देश्य है कि हर बच्चे को चाइल्ड लेबर और तस्करी से बताया जा सके। हमारी कोशिश यही रहती है कि कोई भी बच्चा भूखा ना सोए और उसे किसी गलत काम में लोगों के द्वारा ना धकेला जाए।
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क्या होता है गुड टच और बैड टच
रेलवे स्टेशन पर जो अभियान चलाया गया है, उस अभियान में हम लोगों ने यहां आने वाले यात्रियों को यह जानकारी दी कि बच्चों के साथ कैसा व्यवहार करना चाहिए। किस तरह से बच्चों को रखना चाहिए। साथ ही बच्चों को यह भी बताया गया गुड टच और बैड टच क्या होता है। बच्चों के जो प्राइवेट पार्ट्स होते हैं, उन्हें केवल उनके माता-पिता को छूने का अधिकार होता है। इसके अलावा अगर कोई दूसरा व्यक्ति बच्चों के प्राइवेट पार्ट से छेड़छाड़ करता है तो वह बैड टच की कैटेगरी में आता है।
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क्या होते हैं बच्चों के अधिकार
मथुरा रेलवे कोऑर्डिनेटर का यह भी कहना है कि बच्चों को उनके अधिकार देने चाहिए। माता-पिता को बच्चों के साथ आपसी सामंजस्य बना कर चलना चाहिए। बच्चों के जो अधिकार हैं, उन्हें अच्छा खाना अच्छी शिक्षा और अच्छे विचार के साथ साथ अच्छी सभ्यता देनी चाहिए। यह सारी चीजें बच्चों के अधिकार में आती हैं। बच्चा अगर गलत राह पर जा रहा है तो माता-पिता को उसे गलत रास्ते पर जाने से रोकना चाहिए।

1098 नम्बर रहता है 24 घंटे सेवा में
स्टेशन पर कोई बच्चा आपको लावारिस अवस्था में मिले या किसी के द्वारा उस पर भीख मंगवाई जा रही हो तो चाइल्डलाइन को सूचित करें। रेलवे चाइल्ड लाइन का नंबर 1098 टोल फ्री है। इस नंबर पर सूचना देने पर हमारी टीम 24 घंटे चाइल्ड लेबर और बाल तस्करी को रोकने के लिए सेवा में रहती है। इस अभियान में रेलवे चाइल्ड लाइन मथुरा के समन्वयक मुहम्मद सईद के अलावा विजयपाल सिंह, मधुबाला, मधु सिंह, नेहा, हसन खान, सोमेश, रणवीर सिंह आदि मौजूद रहे।

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