अपने निर्देशों में उन्हाेंने कहा है कि किसी क्षेत्र में सरकारी ठेके पर शराब की बिक्री बढ़ी है इसका मतलब वहां शराब बांटे जाने की आशंका बढ़ रही है। जहां शराब की बिक्री बिल्कुल भी न बढ़ी हो वहां अवैध शराब पहुंचने की आशंका बन जाती है। दोनों ही मामलों में सख्ती से निगरानी की जाए। उन्होंने कहा कि मतदान के दौरान अंगुली से कोई भी अमित स्याही को न मिटा सके। पोलिंग पार्टियों के रूकने और सुविधाओं की जिम्मेदारी बीएसए विभाग की होगी। बीएसए विभाग यह तय करें कि डयूटी पर गए पोलिंग पार्टियों को कोई परेशानी न हो।
पंचायत चुनाव की वीडियो कांफ्रेंसिंग से मंडलीय समीक्षा बैठक के दौरान एनआइसी में अफसरों को निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि निष्पक्ष, पारदर्शिता, सुरक्षित एवं शान्तिपूर्वक पंचायत चुनाव संपन्न कराने के लिए अफसरों को गंभीरता दिखानी होगी। संवेदनशील, अति संवेदनशील मतदान केन्द्रों पर विशेष निगरानी हेतु पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती, सीसीटीवी कैमरे, वीडियोग्राफी आदि की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। बुर्के और घूंघट की आड़ में फर्जी मतदान रोकने के लिए महिला पुलिस बल पर्याप्त संख्या में तैनात किया जाए।
मतदान में व्यवधान उत्पन्न करने वालों को चिन्हित करके उनके विरुद्ध पहले ही कार्रवाई कर दी जाए उन्होंने कहा कि प्रत्याशियों के पोलिंग एजेंट स्वच्छ छवि के हों। अवैध शराब के आवागमन को रोकने के लिए सख्ती से चेकिंग की जाए। पिछले कुछ महीनों में कारतूसों की बिक्री का भी सत्यापन जरूर करा लिया जाए। उन्होंने मतदान केंद्रों पर कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए इंतजाम करने का निर्देश दिया। मास्क, हैंड सैनिटाइजर तथा शारीरिक दूरी का पालन सुनिश्चित कराया जाए। बैठक में जिलाधिकारी के बालाजी, एसएसपी अजय साहनी, सीडीओ शशांक चौधरी, जिला आबकारी अधिकारी आलोक कुमार, बीएसए सत्येंद्र ढाका, मुख्य अभियंता पावर कारपोरेशन, जिला कमांडेंट होमगार्ड के साथ सभी जनपदों के अधिकारी आनलाइन शामिल रहे।