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मेरठ

खतरा अभी टला नहीं: डेल्टा प्लस की दस्तक के बाद प्रदेश के कई जिलों में अलर्ट

delta plus variant को लेकर बस अडडे और रेलवे स्टेशन पर सख्ती के निर्देशवायरस का नया वेरिएंट अधिक खतरनाक, खांसी, जुकाम व सर्दी, गले में खराश है लक्षण

मेरठJul 08, 2021 / 10:30 am

shivmani tyagi

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Covid-19 Third Wave May Come Till October 2021 In Country, Experts Warn

पत्रिका न्यूज नेटवर्क
मेरठ (meerut news) कोरोना वायरस ( Corona virus) के नए वैरियंट डेल्टा प्लस के प्रदेश में एंट्री के बाद वेस्ट के जिलों में भी अलर्ट कर दिया गया है। मुख्य रूप से उन जिलों में अधिक सावधानी बरतने के निर्देश दिए गए हैं जहां दूसरी लहर में कोरोना संक्रमण ने कहर बरपाया था। इनमें मुख्य रूप से मेरठ, आगरा, गाजियाबाद, नोएडा, लखनऊ, गोरखपुर, प्रयागराज और वाराणसी जिले में शामिल हैं।
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कोरोना की दूसरी लहर के बाद अब वायरस के नए खतरनाक वेरियंट डेल्टा प्लस ( delta plus variant ) ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। कोरोना के नए वेरिएंट डेल्टा प्लस से संक्रमित दो नए मरीज सामने आए हैं। इसमें से एक की मौत हो चुकी है जबकि दूसरा मरीज होम आइसोलेशन में ठीक हो गया है। इंस्टीट्यूट ऑफ जीनोमिक्स एंड इंटीग्रेटिव बायोलाजी ( आइजीआइबी ) नई दिल्ली से जीनोम सीक्वेंसिंग की रिपोर्ट आने के बाद जिलों को अलर्ट कर दिया गया है। खासकर उन जिलों में विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई हैं जिनमें दूसरी लहर में कोरोना ने कहर बरपाया था। मेरठ में इसको लेकर अब विशेष सर्तकता बरती जा रही है। नए वेरिएंट के ज्यादा खतरनाक होने के कारण बस व रेलवे स्टेशन पर ज्यादा सख्ती के निर्देश दिए गए हैं। मेरठ के भैसाली और शोहराब गेट बस् स्टैंड के अलावा रेलवे स्टेशन पर सोशल डिस्टेंस और मास्क के प्रति सख्ती की गई है। वहीं इन स्थानों पर टेस्टिग भी स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा की जा रही है।
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जीनोम सीक्वेंसिंग की रिपोर्ट आने पर डेल्टा प्लस वेरिएंट की पुष्टि हुई है। नई दिल्ली स्थित आइजीआइबी से जीनोम सीक्वेंसिंग के करीब 100 से अधिक सैंपल की रिपोर्ट आ गई है। इनमें से किसी में भी डेल्टा प्लस नहीं मिला है। जिन दो मरीजों में कोरोना के डेल्टा प्लस वैरिएंट की पुष्टि हुई है उनकी आरटीपीसीआर जांच गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कालेज में हुई थी और फिर इन्हें जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा गया था। सीएमओ डॉक्टर अखिलेश मोहन ने बताया कि प्रदेश में जिनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए सैंपल में से दो सैंपल में डेल्टा प्लस वेरिएंट की पुष्टि की सूचना प्राप्त हुई है। फिलहाल सर्तकता बढ़ा दी गई है। मालूम हो कि कोरोना का डेल्टा प्लस वैरिएंट ज्यादा खतरनाक है, यह फेफड़े से काफी मजबूती के साथ चिपक ज्यादा है। यह रोगी की इम्युनिटी को भी कमजोर कर उसे चकमा दे देता है। इससे संक्रमित व्यक्ति को गंभीर रूप से खांसी, जुकाम व सर्दी, गले में खराश व नाक बहने आदि के लक्षण देखने को मिलते हैं। कोरोना के डेल्टा प्लस वैरिएंट के सामने आने के बाद से ही इसकी जांच के लिए पर्याप्त व्यवस्था की गई है।
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