दरअसल, ग्रामीण स्वरोजगार योजना के तहत अब बैंक सखी ग्रामीणों तक पहुंचकर उनके बैंक से संबंधित कार्यों में मदद करेंगी। इसके लिए केनरा बैंक ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थाान द्वारा बेरोजगार युवतियों और महिलाओं को बैंक सखी का छह दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया। इसमें 25 महिलाओं को प्रमाण पत्रों का वितरण किया गया। प्रशिक्षण के दौरान ना सिर्फ उन्होंने अपने प्रशिखण से संबंधित बारीकियों को जाना बल्कि अपने व्यवसाय से संबंधित प्रबंधन की जानकारियों को भी हासिल किया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला मंडलीय प्रबंधक केनरा बैंक संजय कुमार ने कहा कि बैंक सखी के नियुक्त होने से ग्रामीणों को काफी लाभ मिलेगा। खासकर ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को। वरिष्ठ ट्रेनिंग कोर्डिनेटर रमेश चंद्र ने बताया कि महिला उद्यमी योजनाओं से समाज में हो रहे स्वरोजगार प्रशिक्षण से कहीं न कहीं हमारी सोच बदल रही है। समाज में बदलाव लोगों की सोच-विचार पर निर्भर करता है।