मेरठ के जिलाध्यक्ष डॉक्टर सुभाष ने बताया कि भीम आर्मी के जयप्रकाश की तरफ से निकाली जा रही संकल्प यात्रा का बीएसपी से कोई लेना देना नहीं है। इस यात्रा में मायावती से जुड़ा हुआ साहित्य और फोटो का इस्तेमाल किया जा रहा था। उन्होंने बताया कि यह यात्रा दिल्ली से होकर नोएडा, गाजियाबाद होते हुए मेरठ आनी थी। उन्होंने बताया कि यात्रा को निकालने वाले जयप्रकाश का बीएसपी से कोई लेना देना नहीं है। पहले मायावती उन्हें पार्टी से निकाल चुकी है। ऐसे में मायावती से जुड़े हुए फोटो और नाम का इस्तेमाल करने का कोई औचित्य नहीं है। इसकी वजह से उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है।
यात्रा की स्थागित
जयप्रकाश की तरफ से निकाले जानी वाली यात्रा कानून पचड़े में फंस गई है। हालाकि जयप्रकाश का कहना है कि उन्हें बीएसपी की तरफ से कराई गई एफआईआर की जानकारी नहीं है। बीएसपी से निष्कासित होने के बाद में मायावती के लिए संकल्प रैली निकालने वाले जयप्राकश ने बताया कि समाज को एकजूट करने के लिए संकल्प यात्रा निकाली जा रही है। उन्होंने बताया कि जल्द ही समाज के लोगों को बड़ी खुशी मिलने जा रही है।
गृहजनपद से शुरू होने थी संकल्प यात्रा मायावती को पीएम बनाने और मिशन के तहत बहुजन यूथ फॉर के तहत संकल्प यात्रा शुरू की जानी थी। इस यात्रा को जयप्रकाश निकाल रहे थे। पहले चरण में यह यात्रा यूपी में निकाली जानी थी। दूसरे चरण में मध्यप्रदेश समेत अन्य राज्यों में होने वाले चुनाव के बाद में कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक निकाली जानी थी। 28 अक्टूबर से शुरू होने वाली संकल्प यात्रा बहुजन यूथ फॉर मिशन के तहत नेक्स्ट पीएम बहनजी के नारे के साथ शुरू होनी थी। यह यात्रा दिल्ली से शुरू होकर विजयनगर, धौलाना, हापुड़ होती हुई मेरठ तक जानी थी। उसके बाद में यह 29 को बिजनौर, 30 को पीलीभीत, 31 को लखीमपुर खीरी, एक नवंबर को लखनउ, 2 को गौंडा, तीन को गोरखपुर, चार को बनारस, 5 को मिजा्रपुर, 6 को चित्रकुट, 9 को अलीगढ़ और 10 नंवबर को खुर्जा, बुलंदशहर से होते हुए गाजियाबाद समाप्त होनी थी। इस दौरान मायावती को पीएम बनाने के लिए बहनजी को वोट देने की अपील की जानी थी।
ये है जयप्रकाश दरअसल में BSP के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव जय प्रकाश ने राहुल गांधी पर टिप्पणी की थी। जिसके बाद में मायावती ने उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया था। तभी से अलग होकर मायावती को पीएम बनाने का मिशन के तहत कार्य कर रहे है। दलितों को एकजूट कर समाज में भागदारी दिलाने के लिए संघर्षरत है।