यह भी पढ़ेंः
Corona का संदिग्ध रोगी मिलने पर एक किलोमीटर के दायरे में होगा सर्वे, खोजने के लिए 38 टीमें लगाईं रविवार को गढ़ रोड स्थित मंडप में जागृति विहार निवासी एमबीबीएस एमडी डॉक्टर का विवाह होना था। बारात फरीदाबाद से आनी थी। डॉक्टर के परिवार के सभी सदस्य विवाह की तैयारियों में लगे थे। परिवार ने कोरोना से संबंधित सुरक्षा के प्रबंध भी किए थे। इसके लिए सैनिटाइजर और मास्क भी खरीदे गए थे। रविवार की दोपहर परिवार के लोग और रिश्तेदार गाड़ी में बैठकर मंडप जा रहे थे। जनता कर्फ्यू के दौरान पुलिस ने गाड़ी रोककर इनसे पूछताछ शुरू की। पुलिस ने विवाह समेत सामूहिक आयोजनों पर आपत्ति जताई और मेडिकल इमरजेंसी के बारे में बताया गया।
यह भी पढ़ेंः Janta Curfew:
पांच बजते ही दिखा शहर में दिखा अद्भुत नजारा, हिन्दुओं के साथ मुस्लिमों ने भी बजायी ताली और थाली इसके बाद डॉक्टर के पिता ने फोन पर दूल्हे पक्ष से बात की। करीब दो बजे दोनों पक्षों में सहमति बन गई कि विवाह के लिए नई तिथि निश्चित की जाएगी। इसके बाद डॉक्टर की बारात नहीं आयी। डॉक्टर के परिजन और रिश्तेदार वापस लौट आए और रिश्तेदारों को इसकी सूचना दी।
एक दिन पहले शादी प्रधानमंत्री के जनता कर्फ्यू के आह्वान पर 22 मार्च को एक युवक ऐसा भी था जिसकी शादी रविवार को होनी थी। गांव रुकनपुर निवासी गोविंद की शादी 22 मार्च की तय हुई थी, लेेकिन उसने स्थिति को भांपते हुए 21 मार्च को ही शादी कर ली। इसके अलावा 22 मार्च को अन्य शादियां भी होनी थी, जिन्हें आगे के लिए खिसका दिया गया।