scriptकिसानों की चेतावनी- छह दिन में नहीं हुआ भुगतान तो कमिश्नरी को गन्ने से भर देंगे | Farmers warned to pay sugarcane in six days | Patrika News
मेरठ

किसानों की चेतावनी- छह दिन में नहीं हुआ भुगतान तो कमिश्नरी को गन्ने से भर देंगे

Highlights

25 नवंबर तक गन्ने का भुगतान कराए जाने की मांग
कहा- प्रदूषण पर फैक्ट्रियों के लिए कोई नहीं बोल रहा
किसानों के लिए बिजली की बढ़ी दरें वापस लेने की मांग

मेरठNov 19, 2019 / 04:16 pm

sanjay sharma

meerut
मेरठ। गुन्ने के भुगतान के लिए किसानों से काफी समय से चली आ रही है, लेकिन मिलों से उन्हें भुगतान नहीं किया गया है। अब किसानों ने चेतावनी दी है कि 25 नवंबर गन्ने का भुगतान नहीं किया गया तो किसान कमिश्नरी को गन्ने से भर देंगे। भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने जल्दी ही भुगतान करने की मांग की है।
यह भी पढ़ेः Teen Talaq: पत्नी के नौकरी करने से नाराज पति ने बीच सड़क पर पिटाई करके दे दिया तीन तलाक

कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित मेरठ और सहारनपुर मंडल की रबी गोष्ठी के दौरान राकेश टिकैत ने कहा कि पराली जलाने का ठींकरा किसानों पर फोड़ा जा रहा है, जबकि फैक्ट्रियों के खिलाफ कोई नहीं बोल रहा। कच्ची सड़कों पर उड़ती धूल और नदियों के प्रदूषण को कोई नहीं देख रहा। उन्होंने कहा कि पराली 1500 रुपये बीघा बिक रही है। कोई किसान पराली नहीं जला रहा। उन्होंने कहा कि किसानों से गन्ना समस्या खत्म करने के लिए 30 फीसदी गन्ना कम करने की अपील की। जयादा गन्ना पैदा करने पर सरकार और मिल वाले गन्ना रेट नहीं बढ़ाएंगे।
यह भी पढ़ेंः यूपी के इस शहर में काट दिए गए सैकड़ों आम के पेड़, मुख्यमंत्री से शिकायत पर ये हुआ, देखें वीडियो

उन्होंने अवारा पशु पालने के लिए प्रतिदिन 100 रुपये और बिजली की बढ़ी दरों वापस लेने की मांग की। किसान क्रेडिट कार्ड को हर साल जमा कराने की बजाय चार फीसदी ब्याज जमा कराकर नवीनीकरण करने का सुझाव दिया। भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि ट्रैक्टर के कर्ज उगाही के लिए किसान की पूरी जमीन की नीलामी की जाती है। उन्होंने मांग की कि सर्किल रेट से ही उतनी ही जमीन की नीलामी की जाए।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो