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Chandra Grahan 2020 : इन राशि के जातकों के लिए अशुभ है यह चंद्रग्रहण, ऐसे बचें ग्रहण के प्रभाव से भारत ज्ञान भूषण ने बताया कि रोहिणी नक्षत्र एवं सर्वार्थ सिद्धि योग दिन में 2.26 बजे तक पूर्णिमा तिथि तक प्राप्त होगा। शास्त्रों के अंतर्गत भरणी अथवा रोहिणी नक्षत्र का संयोग यदि कार्तिक पूर्णिमा के दिन प्राप्त हो जाए तो वह विशेष फलदायी कहा गया है। इसलिए यह पूर्णिमा विशेष फलदायी होगी। इस दिन किए जाने वाले स्नान, ध्यान, पूजा तथा यज्ञ अनुष्ठान के अनंत गुना फल प्राप्त होंगे। इसी दिन शाम को भगवान श्री हरि विष्णु मत्स्य रूप में अवतरित होकर सृष्टि की रचना की थी। इसदिन किए गए समस्त धार्मिक कार्य के अच्छे फल प्राप्त होते हैं। कलयुग में भगवान सत्य नारायण प्रत्यक्ष फल देते हैं, क्योंकि सत्य में ही ब्रह्म प्रतिष्ठित हैं।