– अनन्त कालसर्प दोष होने पर नागपंचमी पर एकमुखी, आठमुखी अथवा नौमुखी रुद्राक्ष धारण करें।
– यदि इस दोष के कारण स्वास्थ्य ठीक नहीं रहता है, तो रांगे (एक धातु) से बना सिक्का नदी में प्रवाहित करें।
– कुलिक नामक कालसर्प दोष होने पर दो रंग वाला कंबल अथवा गर्म वस्त्र दान करें।
– चांदी की ठोस गोली बनवाकर उसकी पूजा करें और उसे अपने पास रखें। 3. वासुकि कालसर्प दोष
– वासुकि कालसर्प दोष होने पर रात को सोते समय सिरहाने पर थोड़ा बाजरा रखें और सुबह उठकर उसे पक्षियों को खिला दें।
– नागपंचमी पर लाल धागे में तीन, आठ या नौमुखी रुद्राक्ष धारण करें।
– शंखपाल कालसर्प दोष के निवारण के लिए 400 ग्राम साबूत बादाम बहते जल में प्रवाहित करें।
– नागपंचमी पर शिवलिंग का दूध से अभिषेक करें। 5. पद्म कालसर्प दोष
– पद्म कालसर्प दोष होने पर नागपंचमी से प्रारंभ करते हुए 40 दिनों तक रोज सरस्वती चालीसा का पाठ करें।
– जरुरतमंदों को पीले कपड़ों का दान करें और तुलसी का पौधा लगाएं।
– महापद्म कालसर्प दोष के निदान के लिए हनुमान मंदिर में जाकर सुंदरकांड का पाठ करें।
– नागपंचमी पर गरीब, असहायों को भोजन करवाकर दान-दक्षिणा दें। 7. तक्षक कालसर्प दोष
– तक्षक कालसर्प योग के निवारण के लिए 11 नारियल बहते हुए जल में प्रवाहित करें।
– सफेद कपड़े और चावल का दान करें।
– शंखचूड़ कालसर्प दोष की शांति के लिए नागपंचमी की रात सोने से पहले सिरहाने के पास जौ रखें और उसे अगले दिन पक्षियों को खिला दें।
– पांचमुखी, आठमुखी या नौमुखी रुद्राक्ष धारण करें।
– कर्कोटक कालसर्प योग होने पर बटुकभैरव के मंदिर में जाकर उन्हें दही-गुड़ का भोग लगाएं और पूजा करें।
– नागपंचमी पर शीशे के आठ टुकड़े नदी में प्रवाहित करें। 10. घातक कालसर्प दोष
– घातक कालसर्प दोष के निवारण के लिए पीतल के बर्तन में गंगाजल भरकर अपने पूजा स्थल पर रखें।
– चारमुखी, आठमुखी और नौमुखी रुद्राक्ष हरे रंग के धागे में धारण करें।
– शेषनाग कालसर्प दोष होने पर नागपंचमी की पूर्व रात्रि को लाल कपड़े में थोड़े से बताशे व सफेद फूल बांधकर सिरहाने रखें और उसे अगले दिन सुबह उन्हें नदी में प्रवाहित कर दें।
– नागपंचमी पर गरीबों को दूध व अन्य सफेद वस्तुओं का दान करें।
– विषधर कालसर्प दोष के निदान के लिए परिवार के सदस्यों की संख्या के बराबर नारियल लेकर एक-एक नारियल पर उनका हाथ लगवाकर बहते हुए जल में प्रवाहित करें।
– नागपंचमी पर भगवान शिव के मंदिर में जाकर यथाशक्ति दान-दक्षिणा दें।