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UP BEd JEE 2021: इस तारीख को होगी यूपी बीएड प्रवेश परीक्षा 2021, योगी सरकार ने जारी किया आदेश दरअसल, एसबीआई ने गुरुवार को ट्विटर पर एक अलर्ट भी जारी किया है, जिसमें ग्राहकों को ऐसे उदाहरणों की चेतावनी दी गई है जहां साइबर अपराधियों ने अपने ग्राहक को जानिए यानी केवाईसी के सत्यापन के साथ लोगों को धोखा दिया है। केवाईसी धोखाधड़ी के मामलों में साइबर अपराधी ग्राहकों के व्यक्तिगत जानकारी लेने के लिए बैंक या कंपनी का प्रतिनिधि बताकर एक टेक्स्ट संदेश भेजते हैं।
हाल ही में एसबीआई ने कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के बीच लॉकडाउन प्रतिबंधों के कारण ईमेल या पोस्ट के माध्यम से केवाईसी अपडेट के लिए दस्तावेजों की स्वीकृति की अनुमति देने का निर्णय लिया था। बैंक ने ग्राहकों को ऑनलाइन धोखाधड़ी के ऐसे सभी मामलों की रिपोर्ट https://www.cybercrime.gov.in/ पर करने को कहा है।
केवाईसी धोखाधड़ी के बढ़ते मामलों के बीच स्टेट बैंक ने तीन सुरक्षा उपाय साझा किए हैं, जिनसे ग्राहक अपने खातों को सुरक्षित रख सकते हैं। वहीं, मेरठ लीड बैंक के प्रबंधक संजय कुमार ने बताया कि इस तरह के मैसेज से सावधान रहने की जरूरत है। उन्होंने सलाह दी कि किसी भी लिंक पर क्लिक करने से पहले सोचें। बैंक कभी भी केवाईसी अपडेट करने के लिए लिंक नहीं भेजता है। अपना मोबाइल नंबर और गोपनीय डेटा किसी के साथ साझा न करें। अन्यथा धोखाधड़ी का शिकार हो सकते हैं।