यूपी बोर्ड 2019 तक हाईस्कूल व इंटरमीडिएट में पंजीकृत छात्र-छात्राओं व उनके माता-पिता का नाम अंकपत्र और प्रमाणपत्र पर सिर्फ अंग्रेजी में ही लिखता रहा है लेकिन कोर्ट के आदेश के बाद अब 2020 से नाम हिंदी में भी लिखा जाने लगा है। यह कदम इसीलिए उठाया गया कि बाद में नाम में संशोधन की जरूरत न पड़े। बोर्ड ने पिछले साल भी कई चरणों में त्रुटि सुधार के लिए वेबसाइट खोला था। अब फिर से 2021 का परिणाम जारी करके अंकपत्र और प्रमाणपत्र वितरित किया जाएगा जिसके लिए तैयारियां तेज हो गई हैं।
मेरठ क्षेत्रीय बोर्ड कार्यालय के क्षेत्रीय सचिव
राणा सहस्त्राशु सुमन ने बताया कि सचिव दिव्यकांत शुक्ल ने इसके लिए सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों को निर्देश दिया है कि विद्यालय अभिलेख जैसे आवेदनपत्र व छात्र पंजिका आदि के आधार पर छात्र-छात्राओं व उनके माता-पिता के नाम की वर्तनी अंग्रेजी व हिंदी दोनों भाषाओं में सुधारी जाए। निर्देश है कि नाम में पूर्ण परिवर्तन नहीं किया जा सकेगा। साथ ही हिंदी व अंग्रेजी में दर्ज नामों में एकरूपता होना आवश्यक है। इसके लिए वेबसाइट आगामी 14 जून सोमवार व 15 जून मंगलवार को खोली जाएगी। डीआइओएस
गिरजेश चौधरी ने बताया कि प्रधानाचार्यों को निर्देश दिए गए हैं कि वे त्रुटियों को चिन्हित करके सूची बना लें ताकि तय समय में कार्य पूरा हो जाए।