हिंसाग्रस्त इलाकों का दौरा करने के लिए कांग्रेस ने बनाई समिति, पांच लोगों को किया गया शामिल
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, तबस्सुम और ईश्वरी नाम की दो मुस्लिम महिलाओं ने हिंसा की रात की ऐसी तस्वीर बयां की है जिससे सुनकर सुकुन मिलेगा। दोनों महिलाओं ने बताया कि कैसे उनके और उनके जैसे तमाम लोगों की हिंदू परिवारों ने हिंसा वाली रात जान बचाई। हिंदू परिवारों ने उन्हें दो दिन तक पनाह दी और मानव श्रृंख्ला बनाकर उन्हें सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया।
तबस्सुम ने बताया कि उनका घर नॉर्थ ईस्ट दिल्ली में पड़ता है। 24 और 25 फरवरी की रात हमारी गली में अचानक ही भीड़ घुस आई। उनमें से कुछ के सिर पर हेलमेट थे और कुछ के हाथों में हथियार थे। मेरे गली वालों ने हमें अपने घरों में छिपा लिया। उन्होंने हमे दो दिन तक अपने यहां छिपा कर रखा। हमारे बच्चों को खाना खिलाया। हम लोग तकरीबन सौ-पचास लोग थे। उन्होंने पूरी रात हमारी सुरक्षा की।