
छत्तीसगढ़ में 1 मई से शुरू होने वाले COVID टीकाकरण महाअभियान को बड़ा झटका
नई दिल्ली। कोविड-19 के बढ़ते मामलों के बीच वैक्सीन उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए केंद्र ने वैक्सीन बनाने वाली कंपनियां सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) और भारत बायोटेक को समर्थन देने को लेकर सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। इस संबंध में सोमवार को घोषणा की गई। वित्त मंत्रालय ने सीरम इंस्टीट्यूट के लिए 3,000 करोड़ और भारत बायोटेक को 1,500 करोड़ रुपए प्रदान करने की मंजूरी दी है और इन्हें जल्द ही यह क्रेडिट वितरित किया जाएगा।
सीआईआई की ओर से की गई थी मांग
इससे पहले सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला ने सुझाव दिया था कि हमें वैक्सीन का उत्पादन बढ़ाने के लिए करीब 3000 करोड़ रुपए की जरूरत है। उद्योग निकाय फिक्की ने भी हाल ही में सुझाव दिया था कि सरकार को देश में कोविड-19 वैक्सीन के उत्पादन को बढ़ाने के लिए वैक्सीन प्रोड्यूसर को प्रोत्साहन प्रदान करना चाहिए।
अब 18 वर्ष की गई वैक्सीन लगवाने की न्यूतम आयु
इसने उत्पादन से जुड़े प्रोत्साहन (पीएलआई) प्रकार की योजना के तहत वैक्सीन बनाने वालों के वित्त पोषण की सिफारिश की थी। यह वित्तीय सहायता ऐसे समय पर सामने आई है, जब सरकार ने 18 वर्ष से अधिक उम्र के सभी नागरिकों के लिए एक मई से कोरोना टीकाकरण शुरू करने का निर्णय लिया है। इससे देश में करोड़ों लोग वैक्सीन लगवाने के लिए एलिजिबल हो गए हैं। जिसके तहत करोड़ों डोज की जरुरत होगी। जिसके लिए सरकार की ओर से दोनों कंपनियों को रुपया देने की घोषणा की गई है।
वैक्सीन का होने लगा था टोटा
कुछ दिन पहले खबर आई थी कि देश में वैक्सीन का टोटा हो रहा है। कई राज्यों में कुछ ही दिनों की वैक्सीन बची हुई है। दिल्ली, महाराष्ट्र, कर्नाटक, राजस्थान जैसे राज्यों की ओर से और वैक्सीन की मांग की गई थी। खुद दिल्ली के सीएम अरविंद कजरीवाल की ओर कहा गया था कि उनके पास सिर्फ 5 दिन की वैक्सीन बची हुई है।
Updated on:
20 Apr 2021 08:01 am
Published on:
20 Apr 2021 07:59 am
बड़ी खबरें
View Allविविध भारत
ट्रेंडिंग
