दरअसल कंगना रनौत ने इंदिरा जयसिंह के बयान को घिनौना करार दिया है। आशा देवी ने कहा, ‘मैं मां हूं, लेकिन मैं महान नहीं बनना चाहती हूं।’
फिर लौटेगी शीतलहर, देश के कई राज्यों में पड़ने वाली है कड़ाके की ठंड निर्भया की मां ने वकील इंदिरा जयसिंह की तरफ इशारा करते हुए कहा कि ये लोग ह्रयूमन राइट्स के नाम पर सिर्फ बिजनेस करते हैं और अपराधियों को बचाते हैं। आपको बता दें कि बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत ने निर्भया गैंगरेप के दोषियों पर जमकर गुस्सा निकाला था।
रनौत का कहना था कि ऐसे लोगों को सबके सामने फांसी पर लटका देना चाहिए। इस बीच तिहाड़ जेल प्रशासन ने चारो दोषियों से उनकी अंतिम इच्छा पूछी है। प्रशासन ने चारों दोषियों से कहा है कि वो फांसी से पहले अपनी अंतिम इच्छा जाहिर कर दें। दरअसल नियम के मुताबकि फांसी से पहले जेल प्रशासन दोषियों से उनकी आखिरी इच्छा पूछता है। ये इच्छाएं पूरी करने जैसी स्थिति होती है तो उन्हें पूरा किया जाता है।
निर्भया केस में केंद्र सरकार ने उठाया सबसे बड़ा कदम, 7 दिन में दी जाए फांसी कंगना ने कही थी यह बातइस दौरान कंगना ने वकील इंदिरा जयसिंह पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा था कि इंदिरा जयसिंह जैसी महिलाओं की कोख से बलात्कारी पैदा होते हैं। ऐसी महिलाओं को बलात्कारियों के साथ चार दिन जेल में रखना चाहिए।
आपको बता दें कि इंदिरा जयसिंह ने निर्भया की मां आशा देवी से सोनिया गांधी की तरह सभी चारों दोषियों को माफ करने की अपील की थी। मालूम हो कि सोनिया गांधी ने पति राजीव गांधी के हत्यारों को माफ कर दिया था।