उधर दूसरी तरफ 1 फरवरी को फांसी की सजा पर रोक लगाने की मांग करने वाले दोषियों के मामले पर दिल्ली कोर्ट में याचिका दायर की थी। जिस पर सुनवाई के बाद कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया है। कोर्ट शाम को अपना फैसला सुनाएगा जिसके बाद 1 फरवरी को फांसी हो या नहीं इस सस्पेंस से पर्दा हट जाएगा।
अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर को आया गुस्सा, सरकार के फैसले के खिलाफ कही बड़ी बात तिहाड़ जेल का प्रतिनिधित्व करने वाले लोक अभियोजक इरफान अहमद ने इस दलील का विरोध किया है और कहा है कि तमाम कोशिशें की जा चुकी हैं अब इस दलील के आधार पर फांसी को आगे बढ़ाना ठीक नहीं है।
आपको बता दें कि निर्भया के दोषियों की फांसी में अब 24 घंटे से भी कम का वक्त बचा है। ऐसे में सबकी निगाहे कोर्ट के फैसले पर टिकी हैं। कोर्ट से एक बार फिर दोषियों को बचाव का रास्ता मिल जाएगा और फांसी की तारीख एक बार फिर आगे बढ़ जाएगी या फिर कोर्ट हर अर्जी को खारिज करते हुए अपने फैसले पर टिका रहेगा।
तिहाड़ के फांसी घर में पहुंचा जल्लाद पवन, बक्सर से आई रस्सी से तैयार किया फांसी का फंदा हालांकि ऐसा होना मुश्किल है क्योंकि दोषियों को कानूनी रूप से बचाव के विकल्प खुले हैं। ऐसे में ज्यादा उम्मीद फांसी की तारीख टलने को लेकर ही लगाई जा रही है।
बस देखना यह है कि दिल्ली कोर्ट फांसी के लिए डेथ वारंट की अगली कौनसी तारीख सुनाता है।