हर तरह के सिक्के असली
आरबीआई ने बुधवार को बताया कि वर्ष 2009 से अब तक 14 अलग-अलग डिजाइनों में दस रुपये के सिक्के जारी किए गए हैं और ये सभी मान्य हैं, इसलिए किसी भी व्यापारी या आम नागरिक को इसे स्वीकार करने में कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए।
सिक्कों के लेकर गलत अफवाह उड़ी
केंद्रीय बैंक ने एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि उसे देश के कुछ हिस्सों में 10 रुपये के कुछ सिक्कों को नकली बताकर व्यापारियों तथा आम लोगों द्वारा स्वीकार करने से इनकार करने की शिकायतें मिल रही है।
मार्केट में 10 रुपए के 14 तरह के सिक्के
उसने कहा कि 10 रुपये के अब तक 14 प्रकार के सिक्के जारी किएजा चुके हैं जिनकी डिजाइन और आकार अलग-अलग है। इन सिक्कों के जरिये विभिन्न आर्थिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक मूल्यों का प्रचार-प्रसार किया गया है। नोटों की तुलना में सिक्के ज्यादा टिकाऊ होते हैं और इसलिए एक ही समय में विभिन्न प्रकार के सिक्के प्रचलन में होते हैं। उसने लोगों से सभी सिक्कों को नि:संकोच स्वीकार करने का अनुरोध किया है।
जारी रहेगी सिक्कों की ढलाई
बता दें कि अब भी हाल भी खबर आई थी कि सिक्कों की ढलाई अब नहीं होगी। सरकार इसे बंद कर रही है लेकिन सरकार ने सिक्कों की ढलाई पूरी तरह बंद करने के निर्णय को पलटते हुए चारों टकसालों को फिर से ढलाई शुरू करने को कहा है। हालांकि, उन्हें यह काम धीमी रफ्तार से करने को कहा गया है।
दो नहीं एक शिफ्ट में ही होगा काम
बता दें कि सरकार ने कोलकाता, मुंबई, नोएडा व हैदराबाद में स्थित टकसालों का संचालन करने वाली सार्वजनिक कंपनी सिक्योरिटी प्रिंटिंग एंड माइनिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड से कहा कि आमतौर पर दो शिफ्टों में होने वाले काम के बजाय एक ही शिफ्ट में सिक्कों की ढलाई की जाए।