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भारत का स्थान तीसरा
यूएन के अनुनासर 1948 से अब तक पीसकीपिंग मिशन में लगे 3737 सैनिको ने अपना बलिदान दिया। वहीं, यूएन के पीसकीपिंग मिशन में सहयोग करने वाले देशों में भारत का स्थान तीसरा है। बता दें कि इस समय भारत के 6693 शांतिदूत कांगो, हैती, लेबनान, साउथ सूडान, साइप्रस, अबेई, वेस्टर्न सहारा और मिडल ईस्ट में तैनात हैं।
दुनिया के अलग-अलग देश कर रहे हैं काम
मौजूदा दौर में 124 दल के 96,000 जवान और पुलिस दुनिया के अलग-अलग देशों में यूएन के पीसकीपिंग मिशन के तौर पर काम कर रहे हैं। यही नहीं इनके साथ 15,000 इंटरनेशनल और नेशनल सिविलयन स्टाफ और 1600 यूनाइटेड नेशन के वॉलन्टियर्स भी दुनियाभर में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
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10 लाख महिला और पुरुषों को आभार
यूएन के महासचिव एंटोनिया गुटेरेस ने आगे कहा कि हम उन 10 लाख महिला और पुरुषों के प्रति आभरी है, जिन्होंने यूएन फ्लैग के तहत अपनी काम किया और अनगिनत अंजान लोगों की जिंदगियां बचाईं। महासचिव ने कहा, ‘हम 3700 से ज्यादा ब्लू हेलमेट वालों का स्वागत करते हैं, जिन्होंने भारी कीमत चुकाई। हम 14 पीसकीपिंग मिशन में लोगों की रक्षा और शांति के लिए लगे लोगों को श्रद्धांजलि देते हैं।’