47 प्रतिशत छोटे व्यवसायियों का कहना है कि अगले छह महीने तक टिके रह पाना उनके लिए मुमकिन नहीं होगा। कुछ का कहना है कि अगर स्थिति यही रही तो यह बता पाना मुश्किल होगा कि कितने लंबे समय तक वह खुद को बरकरार रख पाएंगे। इनमें से कई ऐसे हैं, जिनके लिए डिजिटल मार्केटिंग एक लाइफलाइन की तरह है। 17 देशों के दो-तिहाई छोटे व्यवसायियों ने इस बात का जिक्र किया है कि वे विपणन के लिए डिजिटल टूल्स के उपयोग को बढ़ा देंगे और 61 फीसदियों का कहना रहा है कि महामारी के बाद उनके द्वारा इन टूल्स के इस्तेमाल में वृद्धि होने की संभावना जताई जा रही है।
कंपनी ने बताया, हम गुड आईडिया डिजर्व टू बी फाउंड को पेश कर रहे हैं, जो यह दिखाने और समझाने की दिशा में एक पहल है कि किस तरह से फेसबुक और इंस्टाग्राम पर छोटे व्यवसायों की दिशा में लोगों के ध्यान को आकर्षित करने के लिए व्यक्तिगत विज्ञापन एक महत्वपूर्ण तरीका है और किस तरह से इन विज्ञापनों की मदद से छोटे व्यवसायों के विकास में मदद मिलती है, जिससे आजीविका में सुधार आता है।
इसके साथ ही फेसबुक ने एड मैनेजर को आसान बनाने का भी ऐलान किया है, ताकि विज्ञापनों की दिशा में छोटे व्यवसायी अपने कदम आसानी से बढ़ा सके और विज्ञापन के क्षेत्र में अपने निवेश की कीमत को बढ़ाने के लिए व्यक्तिगत तौर पर अपने मार्केटिंग प्लानंस का उपयोग कर सके।