scriptDesi Zoom App बनाने के लिए सरकार ने 10 भारतीय IT कंपनियों को किया सेलेक्ट | Indian Gov Selects 10 Indian IT Companies to Create Desi Zoom App | Patrika News

Desi Zoom App बनाने के लिए सरकार ने 10 भारतीय IT कंपनियों को किया सेलेक्ट

locationनई दिल्लीPublished: May 25, 2020 03:17:18 pm

Submitted by:

Pratima Tripathi

भारत सरकार ने 10 IT Companies को Desi Zoom App बनाने के लिए किया सेलेक्ट
इसमें HCL , Zoho Corp, और PeopleLink समेत कई कंपनियां शामिल

Indian Gov Selects 10 Indian IT Companies to Create Desi Zoom App

Indian Gov Selects 10 Indian IT Companies to Create Desi Zoom App

नई दिल्ली। भारत सरकार ने देशी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग जूम ऐप (Desi Zoom App ) तैयार करने के लिए 10 कंपनियों को सेलेक्ट किया है। इसके पहले चरण में HCL Technologies, Zoho Corp, और PeopleLink को शामिल किया गया हैं। एक सरकारी अधिकारी ने जानकारी देते हुए कहा कि इन कंपनियों को प्रोटोटाइप ( Indian Zoom Version) बनाने के लिए 5 लाख रुपये दिए जाएंगे। इसके बाद दूसरे चरण में इन दस में से तीन को पूरा ऐप बनाने के लिए कहा जाएगा और प्रत्येक को 20 लाख रुपये दिए जाएंगे।

Aria Telecom, CyberHorizon Corp, Darsh, Instrive Softlabs, PeopleLink Unified Communications और Data Ingenious भी इस लिस्ट में शामिल हैं। जयपुर के Data Ingenious को 19 भाषाओं में पहला भाषाई ईमेल एक्सेस और इंस्टेंट मेसेंजर सॉल्यूशन बनाने का श्रेय दिया जाता है, जिसमें 15 भारतीय भाषाओं के साथ सिरिलिक, अरबी, थाई, मंदारिन, कोरियाई शामिल हैं।

गौरतलब है कि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप Zoom के बैन की माांग सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गयी है। बता दें कि कोर्ट में दाखिल याचिका में कहा गया है कि Zoom ऐप राष्ट्रीय ( भारत ) सुरक्षा के लिए खतरा है और इससे साइबर अपराध में काफी तेजी से इजाफा हो सकता है। इससे Zoom ने स्वीकार किया था कि उसके प्लेटफॉर्म से भारतीयों का डाटा लीक हुआ।

AC और फ्रिज खरीदने पर मिलेगी 2,000 रुपये तक की छूट, जानें पूरा ऑफर

दरअसल, लॉकडाउन के दौरान वीडियो कॉलिंग ऐप जून में तेजी से इजाफा देखा जा रहा है। अगर भारत की बात करें तो यहां इस ऐप को सबसे ज्यादा डाउनलोड किया गया है। Zoom ऐप को इस साल अप्रैल में इसे 13.1 करोड़ लोगों ने डाउनलोड किया है। इस बीच खबर आयी कि 5 लाख से ज्यादा जूम ऐप यूजर्स का डाटा लीक हुआ और उसे एक रुपये से भी कम कीमत में बेचा गया। इसके बाद भारत सरकार ने भी इस ऐप को इस्तेमाल करने से इंनकार कर दिया।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो