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सावधान! मोबाइल एप से भूलकर भी चैक नहीं करें 500 और 2000 के नोट

यह अफवाह है कि एप के असली या नकली होने की जांच की जा सकती है

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Anil Kumar

Nov 22, 2016

keynote app

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नई दिल्ली। भारत में 500 और 1000 के पुराने नोट बंद होने के बाद 500 और 2000 रूपए के नए आ चुके हैं, लेकन कुछ लोग अभी तक इन्हें देख भी नहीं पाए हैं। इसी बात का फायदा उठाते हुए कुछ शातिर अपराधी लोगों ने आम जनता को ठगना शुरू कर दिया है। ऐसे लोग स्कैन और प्रिंट करके तैयार किए गए नकली नोटों को चलाने की कोशिश कर रहे हैं। इसी के साथ ही कई और भी अफवाहें भी फैल रही हैं। ऐसी ही अफवाह एक प्रैंक एप Modi Keynote के बारे में हैं। अफवाहों में कहा जा रहा है कि इस मोबाइल एप के जरिए यह जांच की जा सकती है कि 500 और 2000 के नए नोट असली हैं या नकली।

प्रैंक के लिए है ये एप
इस मोबाइल एप से सिर्फ प्रैंक किया जा सकता है। लेकिन बहुत से लोग इस एप को यह कहकर प्रचारित करने में लगे हुए हैं कि इसके जरिए असली और नकली नोटों में की पहचान की जा सकती है। सोशल मीडिया पर यह भी यह अफवाह वायरल हो चुकी है कि 500 और 2000 रूपए के नए नोट असली हैं या नकली, इस बात का पता Modi Keynote एप के जरिए लगाया जा सकता है। अफवाहों में कहा जा रहा है कि अगर नोट पर विडियो प्ले हो तो समझो कि नोट असली है। जबकि हकीकत यह है कि न सिर्फ यह एप बल्कि इस तरह के अन्य सभी एप प्रैंक के लिए हैं। ये एप्स करंसी की वैधता की जांच नहीं कर सकते।

ऐसे काम करता है Modi Keynote एप
Modi Keynote एप मोबाइल फोन के कैमरे को इस्तेमाल करते हुए नोटों को स्कैन करता है। अगर सामने 500 और 2000 का नोट होता है तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण का वह विडियो प्ले होने लगता है, जिसमें उन्होंने पुराने नोटों को बैन करने का ऐलान किया था। आपको बता दें कि एप प्रैंक एप को इस तरह से डेवलप किया गया है कि स्कैन होने पर नए नोट का रंग और डिजाइन नजर आए तो विडियो प्ले होने लगे। मगर यह एप असली और नकली नोट का फर्क पता करने में सक्षम नहीं है।

हटा दिया था प्ले स्टोर से
Modi Keynote एप को गूगल प्ले स्टोर से हटा दिया गया था, लेकिन अब Modi Keynote (Prank App) के नाम से उपलब्ध है। इस एप को डेवपल करने वाले Barra Skull Studios ने लिस्टिंग में कई जगह पर बताया है कि यह फेक एप है और इसका यूज केवल प्रैंक के लिए है। उसने लोगों से गुजारिश की है इस एप को करंसी चेक करने के लिए इस्तेमाल न करें। इसके डिस्क्लेमर में भी कहा गया है कि यह सिर्फ मनोरंजन के लिए है।

रहें सावधान
इस के अलावा भी प्ले स्टोर पर अन्य कई सारे एप्स मौजूद हैं, जो करंसी को चेक करने का दावा करते हैं, लेकिन ऐसा वास्तव में नहीं हो सकता है। इसलिए सावधान रहें कि यदि आपको असली और नकली नोट में फर्क पता नहीं चले तो किसी जानकार व्यक्ति की मदद लें। एक बार असली नोट के फीचर्स देखकर उन्हें याद कर लें। ऐसे मोबाइल एप्स पर बिल्कुल भी भरोसा न करें जो करंसी को चेक करने का दावा करते है।

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