Change In Twitter Two-Factor Authentication Policy: ट्विटर पर सेफ्टी के लिए मिलने वाले सबसे प्रमुख फीचर टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन है। कई यूज़र्स इस फीचर का इस्तेमाल करते हैं। पर अब ट्विटर ने इस फीचर में एक बड़ा चेंज करने का फैसला लिया है। इससे कई यूज़र्स पर असर पड़ेगा।
ट्विटर (Twitter) दुनिया में सबसे ज़्यादा इस्तेमाल होने वाले सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स में से एक है। दुनियाभर में बड़ी तादाद में ट्विटर यूज़र्स हैं। पिछले साल 27 अक्टूबर को एलन मस्क (Elon Musk) ने ट्विटर को खरीद लिया था। एलन ने ट्विटर टेकओवर के लिए 44 बिलियन डॉलर्स खर्च किए थे। एलन के ट्विटर टेकओवर के बाद से ही उनकी इस प्लेटफॉर्म पर एक्टिविटी तो बढ़ी ही, साथ ही ट्विटर में चेंज का सिलसिला भी। एलन के ट्विटर का नया मालिक बनने के बाद से अब तक ट्विटर में कई चेंज किए जा चुके हैं। ये चेंज कंपनी में ही नहीं, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म में भी किए गए हैं। हाल ही में ट्विटर के एक पुराने और सेफ्टी के सबसे प्रमुख फीचर में भी चेंज की घोषणा कर दी गई है।
टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन में होगा बड़ा चेंज
ट्विटर पर सेफ्टी के लिए टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (Two-Factor Authentication) सबसे प्रमुख फीचर है। लंबे समय से यह ट्विटर का सबसे प्रमुख सेफ्टी फीचर रहा है और इसके कई लोग इसका इस्तेमाल अपने अकाउंट की सेफ्टी के लिए करते हैं। हाल ही इस सेफ्टी फीचर में एक बड़े चेंज की घोषणा की गई। इस चेंज के अनुसार टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन फीचर के लिए आने वाले टेक्स्ट मैसेज अलर्ट का इस्तेमाल सिर्फ ट्विटर ब्लू यूज़र्स कर सकेंगे। यानि की जो यूज़र्स ट्विटर ब्लू सब्सक्रिप्शन के लिए फीस चुकाते हैं सिर्फ उन्हीं के पास टेक्स्ट मैसेज के ज़रिए टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन का इस्तेमाल करने का अधिकार होगा। यह चेंज 20 मार्च, 2023 से लागू होगा।
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क्या है टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन?
टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन ट्विटर पर मिलने वाला एक सेफ्टी फीचर है। इस फीचर के ज़रिए कोई भी व्यक्ति जब अपने ट्विटर अकाउंट पर लॉगिन करता है तो उसके अकाउंट से जुड़े मोबाइल नंबर पर एक टेक्स्ट मैसेज आता है। उस टेक्स्ट मैसेज में एक ओटीपी (OTP) होता है। इस ओटीपी को एंटर करने के बाद ही ट्विटर पर लॉगिन किया जा सकता है। इस फीचर की मदद से ट्विटर अकाउंट को सेफ रखने में मदद मिलती है।
दूसरे तरीके हैं फ्री
ट्विटर की तरफ से टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन में चेंज के बारे में घोषणा के बाद सफाई भी दी गई। सिर्फ टेक्स्ट मैसेज के ज़रिए ऑथेंटिकेशन ट्विटर ब्लू यूज़र्स के लिए सीमित किया गया है। ऐप और सिक्योरिटी की के ज़रिए अभी भी टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन फ्री में किया जा सकता है।
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