
आज के समय में मोबाइल फोन एक ऐसी चीज है जो सुबह से लेकर शाम तक हर व्यक्ति के हाथों में रहता है। मोबाइल फोन के बिना आज किसी भी व्यक्ति का फास्ट काम करना मुश्किल होने के साथ ही नामुमकिन सा लगता है। किसी से बात करनी हो, चैटिंग करनी हो या फिर वीडियो कॉल इन सभी कार्यों को एक मोबाइल फोन यानी स्मार्टफोन के जरिए आसानी से किया जाता है। इसी वजह से अब मोबाइल फोन हर व्यक्ति की पहली चाहत बन चुका है। लेकिन कभी कभी आपके दिल में भी ये ख्याल आता होगा कि यह छोटी सी और चमत्कारी डिवाइस कैसे बनती है यानी कितनी टेक्नोलॉजी और पार्ट्स जोड़कर इसको बनाया जाता है, लेकिन इसका उत्तर नहीं मिल पाता होगा। ऐसे में हम आपको बता रहे हैं यही बात कि कैसे और कितने पार्ट्स को जोड़कर एक स्मार्टफोन को बनाया जाता है और क्या इसकी प्रोसेस होती है।
60 से ज्यादा पार्ट्स जोड़कर बनाया जाता है मोबाइल फोन
आपको यह जानकर हैरानी होगी 5 इंच के एक छोटे से स्मार्टफोन को बनाने में 60 से ज्यादा पार्ट्स को इस तरह से जोड़ा जाता है। इसके बात यह आपकी हर जरूरत को पूरा करने वाली डिवाइस बनकर सामने आती है जिससे कॉल, मैसेज, चैटिंग और वीडियो कॉल समेत गेम खेलने जैसे कई काम किए जा सकते हैं।
200 से ज्यादा बार गिरता है एक स्मार्टफोन
आपको यह भी जानकर हैरानी होगी एक नया मोबाइल फोन आपके हाथों में आने से पहले 200 से ज्यादा बार गिरा कर टेस्ट किया जाता है। इसके बाद ही उसें आगे की प्रोसेस के लिए भेजा जाता है। एक स्मार्टफोन की टच सेंसिटिविटी को चेक करने के लिए उसको 10,000 से ज्यादा बार टच करके देखा जाता है जिसके बाद ही उसकी टच सेंसिटिविटी को सही होने का प्रमाण मिलता है। इसके लिए छोटे-छोटे एलिमेंट्स को सबसे पहले प्रोडक्शन लैब में बारीकी से जांचा जाता है। इसके बाद इस बात की पुष्टि की जाती है कि एक मोबाइल फोन अथवा टच स्मार्टफोन में लगने वाले सभी पुर्जे अच्छे दर्जे के हों जिससे भविष्य में ग्राहक को कोई समस्या का सामना नही करना पड़े।
सबसे बाद में होती है पैकिंग
एक स्मार्टफोन को हजारों बार टेस्ट करके उसें ऐसेसरीज यानी चार्ज, ईयार फोन और बैटरी के साथ बॉक्स में पैक कर मार्केट में बिक्री के लिए जारी किया जाता है। इतना ही नहीं बल्कि कई कंपनियों द्वारा अपने स्मार्टफोन्स के लिए मार्केट में आने के बाद भी 1 साल की मैन्यूफैक्चरिंग वॉरंटी दी जाती है।
Published on:
26 Dec 2017 12:49 pm
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