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मोबाइल खरीदने से पहले जान लीजिएं USB Type-C पोर्ट के फायदे

स्मार्टफोन का आज के समय में सभी लोग इस्तेमाल करते हैं,लेकिन क्या उसमें मौजूद सभी फीचर और उससे जुड़ी टेकनोलॉजी के बारे में जानते हैं।

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अब Smartphone में USB Type-C पोर्ट का क्यों करते हैं इस्तेमाल

नई दिल्ली: स्मार्टफोन का आज के समय में सभी लोग इस्तेमाल करते हैं,लेकिन क्या उसमें मौजूद सभी फीचर और उससे जुड़ी टेकनोलॉजी के बारे में जानते हैं। नहीं न तो चलिए आज हम आपको बताएंगे कि आखिर में इन दिनों स्मार्टफोन कंपनी अपने मोबाइल में यूएसबी पोर्ट USB 2.0 पोर्ट को हटाकर नए USB पोर्ट यानी कि USB Type-C पोर्ट का यूज क्यों कर रही है।

दरअसल USB 2.0 जो कि माइक्रो USB का अपग्रेडेड वर्जन है और इसमें कुछ कमियां होने की वजह से यूजर्स के लिए USB Type-C पोर्ट को बनाया गया ताकि लोगों को दिक्कतों का सामना न करना पड़ें। USB Type-C फास्ट चार्जिंग को सपोर्ट करता है और इसके जरिए यूजर्स 100 वाट तक की पावर ट्रांसफर कर सकते हैं। जबकि USB 2.0 पोर्ट के जरिए सिर्फ 20 वाट तक ही पावर ट्रांसफर कर सकते हैं।

इसके अलावा अगर USB 2.0 पोर्ट व USB Type-C पोर्ट की तुलना करें तो USB Type-C पोर्ट के जरिए 5 GB प्रति सेकंड डाटा ट्रांसफर कर सकते हैं। जबकि USB 2.0 पोर्ट के जरिए सिर्फ 450 MB प्रति सेकंड ही डाटा ट्रांसफर कर सकते हैं। यानी USB Type-C पोर्ट होने से यूजर्स को डाटा ट्रांसफर करने में ज्यादा आसानी होगा। और यही वजह है कि स्मार्टफोन कंपनियां अपने यूजर्स को और स्मार्ट बनाने के लिए अपने नए मोबाइल में USB Type-C पोर्ट को इस्तेमाल करते हैं, जिससे की यूजर्स को कम समय में ज्यादा लाभ मिल सकें।

इतना ही नहीं USB 2.0 पोर्ट को उल्टा और सीधा देखकर प्लगइन करना पड़ता था, हालांकि कभी गलती होने पर यह पोर्ट टूट भी जाता था। वहीं USB Type-C पोर्ट में ऐसी दिक्कत देखने को नहीं मिलती है क्योंकि इस पोर्ट को सीधा और उल्टा प्लगइन करने पर नहीं टूटता है। इसके अलावा USB 2.0 पोर्ट काफी पुराना हो गया है ऐसे में कंपनियां कुछ नया करने के मकसद से USB Type-C पोर्ट को लाना बेहतर समझा।

बता दें कि USB Type-C को 2014 में लाया गया है। इससे पहले 2000 में USB 2.0 को पेश किया गया था जबकि 1998 में USB Type-A को मोबाइल में यूज किया जाता था।