एसपी सिटी अखिलेश भदौरिया ने बताया कि जिला कारागार के गेट पर बुधवार को कैदियों से मिलने वाले लोगों की कतार लगी थी। बंदी रक्षक सभी की तलाशी लेकर जेल में भेज रहे थे, ताकि कोई आपत्तिजनक सामान जेल के भीतर न जा सके। इसी बीच महिला बंदी रक्षकों ने एक बुर्के में पहुंची एक महिला की तलाशी ली तो महिला की पीठ पर बेल्ट जैसा कुछ महसूस हुआ। इस बंदी रक्षकों ने बेल्क खोलने को कहा तो महिला पीठ दर्द का बहाना बनाते हुए बेल्ट खोलने से मना करने लगी। इसके बाद शक होने पर महिला बंदियों ने सख्ती दिखाते हुए बेल्ट निकलवाई तो उसे देख बंदी रक्षकों की आंखें फटी की फटी रह गईं। क्योंकि महिला बेल्ट में छिपाकर 555 नशे की गोलियां लेकर पहुंची थी।
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पीयूष जैन का नया खेल कहा, मैंने कर चोरी की है जुर्माना भरने को तैयार, मेरा पैसा वापस करें बेटे ने मंगाई थीं नशे की गोलियां इसके बाद बंदी रक्षकों ने मौके पर पुलिस बुला ली और नशे की गोलियों के साथ महिला को सौंप दिया। पुलिस पूछताछ में महिला ने अपना नाम रजिया निवासी कटघर करूला बताया। महिला ने बताया कि उसका पति शमशाद मेहनत मजदूरी करता है। उसने बताया कि बेटे समीर को पुलिस ने डेढ़ साल पहले दानिश हत्याकांड में गिरफ्तार करते हुए जेल में डाल दिया था। तब से वह यहीं बंद है। बेटे ने नशे की गोलियां मंगाई थी। इसलिए वह छिपाकर नशे की गोलियां बेटे को देने जा रही थी।
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पुलिस वाले परेशान करते हैं तो जानें ये नियम, बिना सबूत के गिरफ्तार नहीं कर सकती पुलिस महिला को भेजा जेल मुरादाबाद सिविल लाइंस थाना प्रभारी आरपी सिंह का कहना है कि महिला के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट में मुकदमा दर्ज करते हुए कोर्ट में पेश किया गया था। जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।