इसके बाद गुस्साई भीड़ ने मृतक संविदाकर्मी का शव विवेकानंद बिजली घर पर रखकर हंगामा शुरू कर दिया। गुस्साए परिजनों ने मृतक संजीव कुमार मौर्या के शव को बिजली घर पर रखने के बाद लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही और मृतक को दस लाख का मुआवजा देने और परिवार के सदस्य को नौकरी की मांग की।
हालांकि बाद में गुस्साए परिजनों को समझने के लिए पुलिस के आला अधिकारी और विभाग के अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। और मृतक के परिजनों को समझने की कोशिश की और हर मुमकिन मदद का आश्वासन दिया। मृतक संजीव कुमार मौर्या पुत्र फूल सिंह विवेकानंद स्थित सेरवा चौराहा के गांव के रहने वाले हैं। जो कि लगभग पिछले 15 सालों से बिजली विभाग में काम कर रहे थे।
आपको बता दें, विभाग की लापरवाही से दो माह पहले भी चार संविदा कर्मी हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से बुरी तरह झुलस गए थे। जिन्हे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जबकि एक कर्मी की हालत गंभीर होने की वजह से उन्हें हायर सेंटर रेफर किया गया था।