यह करते हुए अनुपम अंदर ही अंदर बुरा महसूस कर रहे थे, इसलिए उन्होंने खुद को ये कहकर समझाया कि जैसे भगवान कृष्ण मक्खन चुराते थे, उसी तरह मैं अपने एक्टिंग करियर के लिए मंदिर से पैसे चुरा रहा हूं। बस यहां से शुरू हुई अनुपम के फिल्मी करियर की शुरुआत। हालांकि, इसके बाद भी अनुपम को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, लेकिन अनुपम के इस कदम ने ही उनके फिल्मी करियर की नींव का काम किया।