Encounter: अलीगढ़ और मेरठ में पुलिस और बदमाशों के बीच ठायं-ठायं, 50 हजार का इनामी ढेर, एक इनामी घायल
हिरण की इस प्रजाति को शिकारियों ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश की भूमि से लगभग विलुप्त कर दिया था। अब यह अच्छे संकेत मुजफ्फरनगर से आए हैं कि बारहसिंघा पश्चिम की भूमि से विलुप्त नहीं हुआ है। अभी तक मुजफ्फरनगर जिला क्राइम काे लेकर चर्चाओं में रहा है। मुजफ्फरनगर काे क्राइम कैपिटल ( crime capital ) भी कहा जाता है लेकिन इस बार मुजफ्फरनगर वाइल्ड लाइफ काे लेकर सुर्खियों में है। इस जिले की भूमि से सुखद खबर आई है और यहां पर 143 से अधिक बारहसिंघा देखे गए हैं।मेरठ में tiktok girl दरोगा की बेटी ने फांसी लगाकर की आत्महत्या पुलिस जांच में जुटी
इस घटना के बाद वन्यजीव विशेषज्ञों की नजर पश्चिमी उत्तर प्रदेश की भूमि पर है। अब यहां आर्द्रभूमि क्षेत्रों में ड्रोन से निगरानी की जा रही है। सहारनपुर रेंज के कमिश्नर संजय कुमार ने बताया कि वह बुधवार को मुजफ्फरनगर निरीक्षण पर गए थे। इस दौरान वहां जानसठ क्षेत्र में बारहसिंघा देखे गए। ऐसा भी हो सकता है कि यह बारहसिंघा हरिद्वार स्थित राजाजी नेशनल पार्क की झिलमिल तालाब के पास से पलायन करके मुजफ्फरनगर में आ गए हों। इसका पता लगाया जा रहा है लेकिन फिलहाल प्राथमिक रूप से जाे संकेत वेस्ट की भूमि से आए हैं वह बेहद आनंदित करने वाले हैं राेचक हैं।मुजफ्फरनगर में किसानों ने घरों पर लगाए पलायन के पाेस्टर, वजह कर देगी हैरान
अब तक की गणना में बुधवार तक रिपाेर्ट के अऩुसार करीब 150 बारहसिंघा को देखे जाने की बात सामने आ रही है। इतनी बड़ी संख्या में बारहसिंघा के देखे जाने के बाद अब इस 18000 हेक्टेयर में फैली आर्द्रभूमि भूमि का निरीक्षण ड्रोन की मदद से किया जा रहा है। उम्मीद जताई जा रही है कि यहां पर हिरण की इस प्रजाति की संख्या 250 से अधिक हो सकती है। आपको बता दें कि, हैदरपुर आर्द्रभूमि में पक्षियों की 290 प्रजातियां रहती हैं।कर्ज में डूबे युवक ने फांसी लगाकर की आत्महत्या, मरने से पहले बनाई वीडियो
बारहसिंघा उत्तर प्रदेश का राजकीय पशु है यही कारण है कि जिस तरह से अब मुजफ्फरनगर क्षेत्र में बारहसिंघा का झुंड दिखाई दिया है तो इस भूमि को अंतरराष्ट्रीय महत्व की आद्र भूमि घोषित करने के लिए प्रयास शुरू हो गए हैं। सहारनपुर कमिश्नर ने भी इसकी वकालत कहा है कि, इस भूमि को बारहसिंघा राष्ट्रीय संरक्षण रिजर्व घोषित किया जाना चाहिए।शामली पुलिस की जीप से फिल्मी अंदाज में भागा आराेपी, सीसीटीवी कैमरा में कैद हुई घटना
OMG राजकीय पशु ( state animal ) होने के बावजूद हो रहा था शिकारबारहसिंघा उत्तर प्रदेश का राजकीय पशु है। बावजूद इसके बड़ी संख्या में बारहसिंघा का वेस्ट यूपी में शिकार हो रहा था। कई दशकों पहले शिकारियों ने इसकी प्रजाति को लगभग लुप्त कर दिया था। वेस्ट यूपी में इनकी संख्या घटकर महज 66 रह गई थी। संख्या इतनी कम होने के बावजूद इस दुर्लभ प्रजाति की रक्षा के लिए कान्हा राष्ट्रीय उद्यान में संरक्षण कार्य शुरू किया गया था। इसी तरह का प्रयास उत्तर प्रदेश में भी किया गया था। जिसमें दलदली आर्द्रभूमि में रहने वाले इस वन्यजीव को नया जीवन प्रदान किया गया।