उन्होंने कहा कि दुख की इस घड़ी में पतंजलि शहीदों के परिजनों के साथ है। नक्सली हमले में शहीद हुए जवानों के बच्चों की शिक्षा के लिए भी पतंजलि प्रयासरत रहेगा। उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पतंजलि में देश के सबसे बड़े आयुर्वेदिक रिसर्च इंस्टीट्यूट एवं हर्बल गार्डन का आगामी 3 मई को उद्घाटन करेंगे। पंतजलि में 200 वैज्ञानिक हैं जो इस रिसर्च सेंटर को बनाने में दिन रात लगे है।
उन्होंने सोशल मीडिया पर योगगुरु स्वामी रामदेव की दुर्घटना संबंधी खबर वायरल के संबंध में विरोधी कंपनियों पर संदेह जताते हुए उन्होंने कहा कि यह जानबूझकर एक सोची-समझी साजिश के तहत किया गया घृणित कृत है। इस तरह की अफवाह फैलाने वाले कुछ भी कर सकते हैं। इसके पीछे कौन लोग हैं ,इसका पता लगाया जा रहा है।
पतंजलि आंवला स्वरस को सी.एस.डी.कैंटीन द्वारा बैन किए जाने संबंधी समाचारों पर आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि पतंजलि आंवला स्वरस फूड प्रॉडक्ट नहीं बल्कि एक आयुर्वेदिक औषधी है। एफएससीआईआई की गाईड लाईन जूस के संबंध में है, जबकि आंवला स्वरस आयुर्वेदिक औषधि है।
पतंजलि के उत्पादों की गुणवत्ता अन्य कंपनियों के उत्पादों से बेहतर है। पतंजलि को बेवजह बदनाम किए जाने की मंशा लिए इस विषय में गलत तथ्य फैलाए जा रहे हैं। इस संबंध में अभी तक एफएससीआईआई की ओर से पतंजलि को कोई भी नोटिस जारी नहीं हुआ है।