क्षेत्रीय भाषाआें में निहीत है हिंदी की समृद्धताः डॉ. वीरेन्द्र आजम
हिन्दी दिवस पर अन्तर्राष्ट्रीय हिन्दी समिति अमेरिका (भारत चैप्टर) एवं उत्तर भारत
श्रमजीवी पत्रकार परिषद की आेर से भव्य समारोह का आयोजन
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उत्तराखंड की भूमि पर हुआ यूपी के लेखकाें का सम्मान
सहारनपुर. अन्तर्राष्ट्रीय हिन्दी समिति अमेरिका (भारत चैप्टर) एवं उत्तर भारत श्रमजीवी पत्रकार परिषद की आेर से हिन्दी दिवस पर देहरादून में आयोजित एक भव्य समारोह में सहारनपुर के वरिष्ठ पत्रकार व साहित्यकार डॉ. वीरेन्द्र आज़म को उनकी साहित्यिक पत्रकारिता के लिए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सम्मान चिन्ह देकर सम्मानित किया।
बता दें कि डॉ.वीरेन्द्र आज़म प्रतिष्ठित साहित्यिक पत्रिका शीतलवाणी के संपादक हैं। इस अवसर पर सहारनपुर के युवा लेखक राज नीतिन सिंह रावत की मध्य हिमालय की प्रतिभाओं पर आधारित पुस्तक का भी मुख्यमंत्री हरीश रावत व अन्य अतिथियों ने लाेकार्पण किया। इस अवसर पर डॉ. वीरेन्द्र आज़म ने कहा कि क्षेत्रीय भाषाओं के विकास के बिना हिन्दी को समृद्ध नहीं किया जा सकता। उन्हाेंने उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान की तर्ज पर उत्तराखंड में भी हिन्दी की विभिन्न विधाओं में लेखकों व रचनाकारों को प्रतिवर्ष पुरस्कार देने की मांग की।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि सरकार ने उत्तराखंड में एक संस्थान बनाने का मन बनाया है। इसका क्या स्वरुप हो कि इसके लिए साहित्यकारों, रचनाकारों व कलाकारों से सुझाव भी मांगे। इस अवसर पर प्रख्यात साहित्यकार डॉ. लक्ष्मण सिंह बिष्ट बटरोही, डॉ. महेश दिवाकर, प्रोफेसर पूनम बंसल, लेखक राजनीतिन सिंह रावत, उत्तराखंड के प्रख्यात गीतकार नरेंद्र सिंह नेगी, पर्वतारोही हर्षवन्ती बिष्ट आदि को भी सम्मानित किया गया। इस अवसर पर अन्तर्राष्ट्रीय हिन्दी समिति के उपाध्यक्ष डॉ. जे पी सिंह चंदेल, पत्रकार परिषद के अध्यक्ष भगतसिंह रावत, पूर्व कैबनेट मंत्री हीरासिंह बिष्ट व शूरवीर सिंह सजवाण आदि भी मौजूद रहे।