
राजकीय मॉडल स्कूल में प्राथमिक कक्षाओं के संचालन को लेकर अब तक असमंजस
नागौर. नियम-कायदों की अनदेखी कर जिले के अधिकांश सरकारी स्कूल ‘भगवान भरोसे‘ चल रहे हैं। बच्चों को छोडि़ए यहां शिक्षकों के आने-जाने तक का कोई ‘पता’ नहीं है। पढ़ाई के संसाधनों की ‘गुमशुदगी’ के बीच हजारों विद्यार्थियों का भविष्य दांव पर लगा है। एेसे में बरसों से सुधार की बाट जोह रहे इन सरकारी स्कूलों के सामने स्वामी विवेकानंद राजकीय मॉडल स्कूल नायाब उदाहरण बनने जा रहा है। यहां बच्चों के स्कूल में कदम रखते ही ऑटोमेटिक उपस्थिति तो दर्ज होगी ही बल्कि अभिभावकों के पास बच्चे के स्कूल पहुंचने का मैसेज पहुंच जाएगा। इतना ही नहीं बच्चा स्कूल समय में बाहर जाता है तो इसका भी अभिभावकों के पास मैसेज आ जाएगा। कुछ इसी तरह से स्कूल हाईटेक होने जा रहा है जिला मुख्यालय पर बालवा रोड स्थित स्वामी विवेकानंद राजकीय मॉडल स्कूल। इसके अलावा स्कूल परिसर, कक्षा-कक्षों सहित बाहर गेट तक सीसीटीवी कैमरों की नजर भी रहेगी। स्कूल में किए जा रहे इस हाई टेक्नोलॉजी के नवाचार को लेकर जहां बच्चों में उत्साह है वहीं अभिभावक भी इसे अच्छी पहल बता रहे हैं।
डिजिटल आई कार्ड बनेंगे
स्कूल के अंदर कदम रखते ही बच्चे की डिजिटल उपस्थिति लगेगी और अभिभावक के पास मैसेज जाएगा कि आपका बच्चा स्कूल पहुंच चुका है। ऐसा करने के लिए पहले सभी विद्यार्थियों के डिजिटल आई कार्ड बनेंगे। इन आई कार्ड में प्रत्येक बच्चों को अलग बार कोड देकर चिप सेट की जाएगी। चिप सेट में बच्चे से जुड़ी पूरी जानकारी फीड होगी। इन बार कोड को पढऩे के लिए विद्यालय में रीडर मशीन लगाई जाएगी। ये मशीन मैन्यूअल व ऑटोमेटिक दोनों तरह से काम करेगी। यादि चाहे तो कोई कर्मचारी रीडर मशीन से बच्चों के आईकार्ड को रीड करवा सकता है या फिर ये मशीन स्वत: ही बच्चे के गले में लटके आईकार्ड से बार कोड पढक़र बच्चों के अभिभावक व स्कूल में लगे सिस्टम को इसकी जानकारी देगी।
अभिभावकों को करना होगा एप डाउनलोड
मॉडल स्कूल में जल्द शुरू होने वाली इस सुविधा का लाभ लेेने के लिए बच्चों के अभिभावकों को अपने एंड्रायड मोबाइल फोन में सम्बंधित एप डाउनलोड करना होगा। जिसके माध्यम से उन्हें बच्चों से सम्बंधित महत्वपूर्ण जानकारियां मिल सकेंगी। विद्यालय में बच्चों के लिए डिजिटल वर्क, डिजिटल लाइब्रेरी व डिजिटल प्रोग्रेस रिपोर्ट की सुविधा भी मिलेगी। साथ ही स्कूल में लगे सीसीटीवी कैमरों के लिंक व आइडी पासवर्ड अभिभवकों को दिए जाएंगे। ताकि वो अपने मोबाइल पर ही कैमरे का लाइव देखकर बच्चों सहित स्कूल स्टाफ पर घर बैठे ही निगरानी भी कर सकेंगे।
जिले की सर्वश्रेष्ठ स्कूल बनाएंगे
स्वामी विवेकानंद राजकीय मॉडल स्कूल को हाई टेक्नोलॉजी से जोडऩे के लिए सभी बच्चों के डिजिटल आई कार्ड बनने के लिए कम्पनी को डाटा भेज दिया गया है। जिस प्रकार सरकार ने इन्हें मॉडल स्कूल का नाम दिया है वैसे ही वास्तविकता में मॉडल स्कूल बनाया जाए। स्कूल में ऐसी शिक्षा देने का प्रयास कर रहे हैं जिससे बच्चों का सर्वांगीण विकास हो। साथ ही हमारा प्रयास रहेगा कि इस स्कूल को जिले का सर्वश्रेष्ठ स्कूल बनाएं।
मनीष पारीक, प्रधानाचार्य, मॉडल स्कूल, नागौर
Published on:
19 Nov 2017 11:03 am
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