-ओवरब्रिज के नीचे की खाली जगह बनी अघोषित पार्किंग
-पुराना हॉस्पिटल रोड के सामने से लेकर कृषि मंडी एरिया तक फैले ब्रिज के नीचे चौबीस घंटे खड़े रहते हैं वाहन
-नो पार्किंग जोन में खड़े होने पर किया जा सकता है चालान
-सामने ही कोतवाली थाना भी है, फिर भी बेधडक़ खड़े होते वाहनों के बारे में दुकानदारों को भी नहीं रहती है जानकारी
नागौर. बीकानेर रेलवे फाटक के पास निर्माणाधीन ओवरब्रिज अघोषित वाहन स्टैंड बन गया है। ब्रिज के नीचे चार पहिया एवं दो पहिया वाहनों की लंबी लगी लाइन कई बार यातायात व्यवस्था में बाधक बन जाती है। स्थिति यह हो गई है कि यहां पर दोपहर से लेकर रात्रि तक वाहनों का जमावड़ा लगा रहता है। पूरे दिन वाहन बेधडक़ खड़े रहते हैं। रही-सही बची जगह पर लोगों ने दुकानें खोल ली है। इसके चलते यह मार्ग संकरा होने के साथ ही अब आवागमन में भी बाधा उत्पन्न करने लगा है।
शहर का बीकानेर रेलवे फाटक के पास बन रहा ओवरब्रिज अब वाहनों का आशियाना बन गया है। यहां पर ब्रिज के नीचे की जगह पर आठ से लेकर रात्रि में 11 बजे तक वाहन खड़े होने लगते हैं। दोपहर में करीब 12 बजे तक तो यहां पर वाहनों की भीड़ हो जाती है। बताते हैं कि लोग यहां पर वाहन खड़े कर अन्यत्र चले जाते हैं, और रात्रि में आकर इनको ले जाते हैं। कई बार तो यह वाहन रात में भी यही पूरे समय खड़े रहते हैं। छोटी सी जगह पर वाहनों की भीड़ होने के साथ ही दस बजे के बाद ही यहां पर दुकानें भी लग जाती है। दुकानों के लगने के बाद यहां का पूरा रास्ता ही काफी छोटा हो जाता है। कई बार वाहनों की यह लाइन पुराना जिला हॉस्पिटल के सामने वाली सडक़ तक पहुंच जाती है। इसकी वजह से इधर-उधर जाने वाले लोगों को बेहद मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
किसका वाहन पता नहीं रहता है
ओवरब्रिज के नीचे एवं इसके अगल-बगल खड़े वाहनेां के बारे में वहां के दुकानदारों को भी जानकारी नहीं रहती है। इस संबंध में जब आसपास के दुकानदारें से बातचीत की गई तो उन्होंने इससे अनभिज्ञता जाहिर की। पुल के अस्पताल रोड स्थित सिरे से लेकर रेलवे फाटक पार तक के दुकानदारों को टटोलकर जानने का प्रयास किया गया कि यहां पर किसके वाहन खड़े हैं, लेकिन इसकी जानकारी नहीं मिल पाई। इससे साफ है कि यहां पर कोई भी अपने वाहनों को बेधडक़ खड़े कर कहीं भी जा सकता है।
ब्रिज के दोनो ही हिस्सो में वाहनों का जमावड़ा
निर्माणाधीन ओवरब्रिज फिलहाल दो हिस्सों में एक हिस्सा पुराना हॉस्पिटल के पास है, जबकि दूसरा रेलवे फाटक पार कृषि मंडी एरिया तक फैला है। दोपहर में वाहनों की भीड़ दोनो ही हिस्सों में रहती है। जबकि नगरपरिषद के अधिकारियों की माने तो यहां पर पार्किंग की कोई जगह उनकी ओर से आवंटित नहीं की गई है। अब ऐसे में साफ है कि यहां पर खड़े वाहन नो पार्किंग एरिया में खड़े रहते हैं।
यह मिले हालात-ए-निर्माणाधीन ओवरब्रिज
शुक्रवार को निर्माणाधीन ओवरब्रिज के पास पहुंचे तो यहां पर टीबी हॉस्पिटल एवं पुराना हॉस्पिटल के पास काफी संख्या में चार पहिया एवं दोपहिया वाहन खड़े मिले। वाहनों की भीड़ में पहुंचे तो यह वाहनों की लाइन बीकानेर रेलवे फाटक के पार कृषि मंडी एरिया तक मिली। जबकि सामने ही कोतवाली थाना है। इसके बाद भी नो पार्किंग जोन में वाहन खड़े मिले।
यह है प्रावधान
नो पार्किंग एरिया में खड़ी कार पर मौजूदा नियम के तहत ट्रैफिक पुलिस चालान काट सकती है। जिसके लिए अलग-अलग चालान राशि का प्रावधान है. यह चालान बड़े वाहनों से लेकर छोटे वाहनों तक पर किया जा सकता है। रोड रेगुलेशन 1989, के सेक्शन 20 के तहत सडक़ किनारे ऐसे वाहनों पर कार्रवाही की जा सकती है या उसे खींचा या टो किया जा सकता है। जिनमें ड्राइवर मौजूद नहीं हो. वाहन खींचने के लिए किसी किसी क्रेन या दूसरी गाड़ी पर किसी अन्य उपकरण का होना जरूरी है। ट्रैफिक पुलिस यातायात नियमों की अवहेलना करने वाले वाहन पर जुर्माना, लॉक और यहां तक कि टो भी कर सकता है। मोटर वाहन अधिनियम 1988 के तहत ऐसा करने पर जुर्माना लगाया जा सकता है।
इनका कहना है...
निर्माणाधीन ओवरब्रिज के नीचे खड़े वाहनों की जांच करा ली जाएगी। प्रावधानों की पालना कराई जाएगी।
रवीन्द्र बोथरा, सी. ओ. ट्रैफिक नागौर