जिला मुख्यालय नरसिंहपुर में पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष लाखन सिंह पटेल के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओ, पदाधिकारियों एवं किसानों ने जिला मुख्यालय पर बाजार बंद का आह्वान किया और रैली निकाल कर विरोध जताया और गिरफ्तारी देने थाने पहुंचे। पीडि़त किसानों के समर्थन में दोपहर में करीब एक घंटे बाजार बंद रहा। रैली का नेतृत्व कर रहे पूर्व जिपं उपाध्यक्ष लाखन सिंह पटेल ने कहा कि एनटीपीसी प्लांट के समक्ष धरना देकर अपने अधिकारोंं की मांग कर रहे किसानों एवं मजदूरों पर जिस प्रकार से प्रदेश सरकार के इशारे पर पुलिस ने कार्रवाई की है वह घोर निदंनीय और अपमानजनक है। सरकार किसानों की आवाज को दमनपूर्वक दबा रही है। सुभाष पार्क पर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने एकत्रित होकर विरोध प्रदर्शन किया एंव शहर के मुख्यमार्ग से रैली निकाली। कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में आंदोलनकारी किसानों एवं मजदूरों को रिहा करने एवं उन पर दर्ज मामले वापस लेने की मांग की गई है। इस अवसर पर विशाल ठाकुर, देवेन्द्र प्रजापति, आंनद चौरसिया, प्रभात तिवारी, जयेश तिवारी, नितिन गोयल, भोला ठाकुर, राजेश तिवारी, रमन पटैल,जितेन्द्र पटैल सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता एव किसान मौजूद थे।
किसानों की गिरफ्तारी के विरोध में सड़कों पर उतरे तेंदूखेड़ा के किसान
तेंदूखेड़ा. किसानों द्वारा राष्ट्रीय किसान मजदूर संघ के बैनर तले तहसील कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन रैली निकालकर पुलिस थाने में पहुंचकर अपनी गिरफ्तारियां दी गईं एवं राज्यपाल के नाम एक ज्ञापन एसडीएम तेंदूखेड़ा को सौंपा गया। ज्ञापन में कहा गया है कि किसान शांतिपूर्वक आंदोलन कर रहे हैं। जिसेें प्रशाासनिक अधिकारियों द्वारा बल पूर्वक इसे कुचलने की कोशिश की गई है। किसानों को मार पीट कर जेल भेज दिया गया है। जिसके समर्थन में लगभग 230 किसान छुड़ाने हेतु पहुंचे तो उन्हें भी पुलिस ने जेल भेजने के नाम पर गिरफ्तार किया, लेकिन जेल भेजे बिना ही भूखा प्यासा देर रात्रि में ही छोड़ दिया गया। इस भीषण ठंड में महिलाओं सहित बच्चों को भी परेशान होना पड़ा। गिरफ्तार किसानों पर की गई कार्रवाई वापस लेने की मांग की गई है । 7 दिवस के भीतर मांगों के निराकृत नहीं होने पर किसान मजबूर होकर उग्र आंदोलन करेंगे। २०० से ज्यादा किसानों ने गिरफ्तारी दी जिसमें यशवंत पटेल, महेन्द्र पटेल, श्रीकांत मोदी, संतोष सोनी, ओमप्रकाश पटेल, श्रीराम पटेल, शिवराज पटेल,राजेश खैरोनिया, रूपनारायण पटैल, गनेश, खीरसिंह पटेल, प्रकाश पटेल, शीतल पटेल,शंकर पटेल, दयाशंकर पटेल, छोटेलाल पटेल, महेश पटेल, मुन्नालाल पटेल, नन्हेवीर चौधरी, गिरधारी पटेल, हुकमचंद पटेल के अलावा आसपास ग्रामीण क्षेत्रों के किसान बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
एनटीपीसी प्लांट के पास तैनात रही पुलिस
गाडरवारा. गांगई स्थित एनटीपीसी प्लांट के पास शुक्रवार को सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस बल मौजूद रहा। धरना स्थल गेट नंबर दो के पास कोई सभा नहीं हुई। हिरासत में लिए लोगों की रिहाई की मांग करने अनेक लोग चीचली में मौजूद थे। यहीं से नरसिंहपुर के लिए पदयात्रा निकाली गई। प्लांट एवं एनटीपीसी के रास्ते पर पुलिस की चाकचौबंद व्यवस्था से शांति बनी रही।
नरसिंहपुर में करेंगे आमरण अनशन
एनटीपीसी आंदोलनकारी युवाओं की गिरफ्तारी के विरोध में सैकड़ों किसानों, महिलाओं, कांग्रेसजनों, किसान मजदूर संघ एवं अन्य संगठनों ने शुक्रवार को चीचली से नरसिंहपुर की ओर पैदल कूच किया और शाम को गाडरवारा पहुंचे। जुलूस नगर की सड़कों से होकर झंडाचौक पहुंचकर सभा में तब्दील हो गया। मिनेंद्र डागा ने कहा कि हम लोग मांगें पूरी होने तक आमरण अनशन करेंगे। गिरफ्तार किसान जेल में अनशन करेंगे। किसान मजदूर संघ के एकम पटैल ने कहा कि मांगे पूरी न होने पर इसे राष्ट्रव्यापी मुद्दा बनाएंगे। जिनेश जैन ने कहा कि कांग्रेस आपके साथ है, किसानों के हक की लड़ाई में कांग्रेस हमेशा आगे रहेगी। इस दौरान मशाल जला कर भी विरोध जताया गया। आंदोलनकारी रात्रि विश्राम गाडरवारा में करेंगे। शनिवार सुबह नरसिंहपुर के लिए रवाना होंगे। वहां मांगें पूरी होने तक धरने पर बैठेंगे। इस दौरान प्रदीप पटैल, अभिनय ढिमोले, डॉ. योगेश, छोटेराजा कौरव, राजेश मोहन शर्मा, राजीव दुबे, बलवंत कौरव, अजेंद्र राठौर, सतीश सैनी, ब्रजमोहन कौरव, हीरेश पाठक, बबलू काममार आदि अनेक लोग मौजूद रहे।